नई देहली : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से सामुहिक बलात्कार का एक मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने पहले युवती से फोन पर दोस्ती की उसके बाद मिलने के बहाने बुलाकर सिनेमा हॉल में उससे सामुहिक बलात्कार किया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि, मेरठ के शोभापुर में रहने वाली दलित हिन्दू लड़की के माता पिता की मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद वह अपनी बहन के साथ हस्तिनापुर के गांव में रहती है। युवती को किसी गलत नंबर से कॉल आई। इसके बाद फोन पर ही दोनों की दोस्ती हो गई। फोन करनेवाले मुस्लिम युवक ने अपना नाम अमर बताया था। लगभग दो महीने के बाद युवक ने लड़की को शॉपिंग के बहाने मंगलवार को मवाना बुलाया। वहां कुछ खरीदारी के बाद आरोपी उसे कस्बे के सिनेमा हॉल में ले गया, जहां उसका साथी पहले से ही फिल्म के टिकट लेकर खड़ा था। फिल्म शुरू होने से पहले ही दोनों किशोरी को सिनेमा हॉल में ले गए। वहां पर दोनों आरोपियों ने मिलकर लड़की के साथ सामुहिक बलात्कार किया। जब युवती ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसको जान से मारने की धमकी दी।
वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी युवती को छोड़ने गए। इसके बाद युवती ने मौका देखते हुए पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के नाम अमीरूद्दीन और वसीम के रूप में हुई है।
वासनांध जिहादीयों के संकट से अपनी बेटीयों को बचाने हेतु घर के बडे क्या सावधानियां बरते ?
आज हिन्दुआें के सामने लव जिहाद का प्रमुख संकट दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है । इस संकट ने हमारे बहन-बेटीयों की जिंदगी बर्बाद कर दी है । हम चाहकर भी इस संकट से उन्हे बचाने में असफल हो रहे है । इसलिए आज हम इस संकट में हमारी बहन-बेटी को फंसने से पहले ही क्या कर सकते है यह देखेंगे !
१. बेटी के प्रतिदिन के आचार-विचार तथा उसके विद्यालय अथवा महाविद्यालय आने-जानेका समय इसपर ध्यान दें ।
२. ‘स्कार्फ’ बांधने के कारण दोपहिए वाहनपर ‘जिहादी’के पीछे बैठी युवती को पहचानना कठिन होता है, यह जानकर उसके ‘स्कार्फ’ बांधने के संदर्भ में सावधान रहें ।
३. माध्यमिक विद्यालय और महाविद्यालयों के परिसर में भटकनेवाले अपरिचित धर्मांध युवकों की जानकारी तुरंत हिन्दुत्ववादी संगठनों को दें !
४. नए कपड़े, अलंकार, मोबाईल, कैमरा आदि वस्तुएं बेटी की आवश्यकताओं का अभ्यास कर ही दें !
५. ‘लव जिहाद’की कुछ घटनाएं ‘मोबाईल’के कारण हुई हैं । इसलिए बेटी के ‘मोबाईल’पर किसका फोन आता है, इसका पता बीच-बीच में करते रहें !
६. बेटी के ‘मोबाईल’में सेव किया हुआ ‘लव जिहादी’ युवक का क्रमांक किसी अन्य नामसे भी हो सकता है, यह भी ध्यान में रखें !
७. प्रतिदिन बेटीसे थोडा समय अनौपचारिक संवाद कर उसके मनमें क्या चल रहा है, यह जान लें ! बेटी आपसे सहजतासे बातचीत करे, परिवार में ऐसा वातावरण बनाए रखें !
८. बचपन से ही बेटीपर हिन्दू धर्म के पारिवारिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक नीतिमूल्यों का संस्कार करें !
अधिक जानकारी आप यहां पढें तथा अन्यों को भी फॉरवर्ड करें ताकी हमारी बहन-बेटीयां लव जिहाद के षडयंत्र से बच सके : https://www.hindujagruti.org/hindi/hindu-issues/love-jihad/6813-html