IS जैसे जिहादी संगठनों मे सहभागी होने के लिए भारत से भी कर्इ जिहादी जा चुके है एवं कर्इ जाने की तैयारी में हैं । एेसे जिन जिहादीयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनपर नरमी बरतकर या उनका कौन्सलिंग कर उन्हे छोड दिया जाता हैं ! जिहादीयों पर मेहरबान भारत ब्रिटेन से कुछ सिखेगा ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
लंदन : ब्रिटेन के नए रक्षा मंत्री गेविन विलियमसन ने कहा है कि, इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ रहे ब्रिटिश नागरिकों को खोजना चाहिए, उन्हें मार डालना चाहिए और उन्हें देश में वापस आने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। विलियमसन ने कहा कि, एक मृत आतंकवादी ब्रिटेन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
उन्होंने कहा, उस खतरे को समाप्त करने और नष्ट करने के लिए हमें वह सब करना चाहिए जो हम कर सकते हैं। एक अनुमान के अनुसार, ८०० ब्रिटिश पासपोर्टधारक इराक और सीरिया में लड़ने के लिए गए थे। इसमें से १३० मारे गए और लगभग ४०० वापस लौट रहे हैं। अभी भी २७० लोग पश्चिम एशिया में है। यह मामला वर्ष २०१४ में उस समय सामने आया जब जिहादी जॉन कहलाने वाला ब्रिटिश नागरिक मोहम्मद इमवाजी आईएस के दुष्प्रचार विडियो में बंधकों का सिर काटते हुए नजर आया।
अनुचित व्यवहार के आरोप में पिछले माह माइकल फैलन ने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद विलियमसन रक्षा मंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि जो लड़ाके दूसरे देशों में भाग रहे हैं उनका भी पता लगाया जाएगा। उन्होंने इन लोगों को ब्रिटेन वापस लौटने देने से इंकार कर दिया।
विलियमसन ने कहा यह सुनिश्चित करें कि, उनके लिए कोई सुरक्षित जगह न हो ताकि वह अन्य देशों में जा कर नफरत न फैला सकें। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टरीजा मे की हत्या की साजिश रचने के आरोप में लंदन की अदालत में दो लोगों को पेश करने के कुछ घंटों के बाद मंत्री का यह साक्षात्कार सामने आया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स