मेरठ – निदेशक संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर राजस्थान की करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने रविवार को यहां कहा कि फिल्म पद्मावती हमारे लिए इतिहास हैं। हमारे विरोध के बाद अभी ६ राज्यों में फिल्म की रिलीज पर रोक लगी है और हमने इस पर पूरे देश में रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है।
कालवी ने कहा, ‘पद्मावती पर तैयार फिल्म किसी एक जाति विशेष का मसला नहीं अपितु यह सर्वसमाज की लड़ाई है। नीर, नदी और नारी के सम्मान की संस्कृति और परंपरा वाले और बाजारवाद के कारण सांस्कृतिक प्रदूषण के शिकार इस देश और समाज को समझना होगा।’
कालवी के अनुसार, ‘पद्मावती को लेकर बहस और चर्चा पूरे देश में छिडी हुई है जिससे प्रतिदिन इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की साजिश भी की जाती है। इस पर रोक लगनी चाहिए। न्यायालय में इस फिल्म की रिलीज के लिए अगली सुनवाई ९ फरवरी २०१८ को है किंतु उस दिन भी इसके रिलीज होने की उम्मीद नहीं है। पद्मावती फिल्म की रील को तो जौहर की ज्वाला में फेंक देना चाहिए।’
चेतावनी के तौर पर कालवी ने आगे कहा, ‘फिल्म पद्मावती के संबंध में न्यायालय का सम्मान करेंगे किंतु जनता का न्यायालय चाहता है कि फिल्म रिलीज न हो। फिल्मकारों ने इस तरह के विवाद को फिल्म के प्रचार का माध्यम बना लिया है। अब इसको खत्म करने का तरीका यही है कि इनको आर्थिक नुकसान पहुंचे। करणी सेना राजपूतों की मदद के लिए है और अब इसका विस्तार उत्तर प्रदेश में भी किया जा रहा है जिसके लिए दो दिन बाद मेरठ के सरूरपुर के हर्रा कस्बे में भी एक बैठक रखी गई है।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स