‘क्या सरकार को विज्ञापनों के लिए नियम बनाने चाहिए ?’
कंडोम विज्ञापन में सनी लियोनी को दिखाने पर बुधवार को टीवी डिबेट के दौरान एक आचार्य ने कहा कि, समुंदर किनारे सनी को दिखाना महज अश्लीलता है। यह लोगों को जागरूक करने का तरीका नहीं है, बल्कि टीवी पर सेक्स बेचकर पैसे बनाने का जरिया है। बता दें कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने टीवी पर कंडोम विज्ञापन्स दिखाने को लेकर सख्त निर्णय लिया था। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ऐसे विज्ञापन्स को दिखाने के लिए समय निधार्रित किया था।
सरकार के नोटिस के अनुसार, रात दस बजे से लेकर सुबह छह बजे तक तक ही ऐसे विज्ञापन्स दिखाए जा सकते हैं। यह निर्णय बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोनी से जुड़े एक कंडोम विज्ञापन को लेकर हुई शिकायत के बाद आया है, जिस पर टीवी डिबेट में आचार्य ने अपनी नाराजगी जाहिर की। यह मामला अंग्रेजी न्यूज चैनल सीएनएन न्यूज 18 से जुड़ा हुआ है। बुधवार शाम सात बजे इस पर ऐपिकसेंटर नाम के कार्यक्रम आ रहा था। ‘क्या सरकार को विज्ञापनों के लिए नियम बनाने चाहिए ?’ इस विषय पर टीवी डिबेट हो रही थी। एंकर श्रेया ढौंडियाल के साथ इसमें आचार्य डॉ. विक्रमादित्य के साथ टीवी और फिल्म जगत से कुछ पैनलिस्ट उपस्थित थे।
डिबेट के दौरान आचार्य ने कहा, “कंडोम विज्ञापन में सनी लियोनी को ही क्यों लिया जाता है ? भद्दे विज्ञापन्स में समुंदर किनारे उन्हें अर्धनग्न हालत में दिखाया जाता है। ये तरीका है जागरुक करने का ? आप देखिए कैसे सनी लियोनी अर्धनग्न हालत में समुंदर के किनारे लेटी हैं। आप इस चीज को टीवी चैनल पर बेच रहे हैं। यह अश्लीलता है और आप उसे देखना चाहते हैं। अगर चीजें सीखना चाहते हैं, तो और भी चीजें हैं। आप यहां गलत मुद्दा उठा रहे हैं !”
स्त्रोत : जनसत्ता