छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अनादर किए जाने की निंदनीय घटना !
छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में धर्मांधोंद्वारा हिन्दुत्वनिष्ठों पर आक्रमण और महाराज के पुतले का अनादर होना, शासनकर्ताओं के लिए लज्जाजनक ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
निगडी (पिंपरी-चिंचवड, पुणे) : निगडी परिसर के ओटा स्कीम परिसर मे २० दिसंबर को धर्मांधों ने शिववंदना हेतु आए हुए बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर धारदार शस्त्रों के साथ आक्रमण किया और पथराव भी किया। इसमें बजरंग दल के ३ कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई हैं और अन्य कार्यकर्ता पथराव के कारण घायल हुए हैं। इस प्रकरण में पुलिस प्रशासन ने २१ दिसंबर के प्रातः ५.३० बजे प्राथमिकी (एफआयआर) अहवाल प्रविष्ट किया है; परंतु अभीतक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
२० दिसंबर की दोपहर में महापालिका ने यहां के आजाद चौक पर लगाए गए अनेक फलकों में से केवल बजरंग दल के कार्यकर्ताओंद्वारा लगाए गए फलक को हटाया था। इससे प्रसन्न हुए परिसर के धर्मांधों ने पटाखें जलाकर इसका जश्न मयाया था ! सायंकाल में बजरंग दल के कार्यकर्ता पुनः फलक लगाकर शिववंदना हेतु उस परिसर में जमा हुए। तब १०० से भी अधिक धर्मांधों ने उनपर आक्रमण किया। इस होड में एक कार्यकर्ता के हाथ से छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर धर्मांधों ने उस मूर्ति कोे लातें मार दी ! (इस प्रकार से आक्रमण कर छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले का अनादर करनेवाले धर्मांध औरंगजेब के वंशज ही हो सकते हैं ! इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु छत्रपति शिवाजी महाराज के हिन्दवी स्वराज की भांति हिन्दू राष्ट्र (ईश्वरीय राज्य) की स्थापना के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इसके कारण हिन्दुओं की ओर से क्षोभ व्यक्त किया जा रहा है। हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों ने आक्रमण करनेवाले धर्मांधों के विरोध में कठोर कार्रवाई करने की मांग की है !
ऐसा भी समाचार मिल रहा है कि, इस प्रकरण में धर्मांधों की ओर से भी हिन्दुओं के विरोध में परिवाद प्रविष्ट करने के प्रयास चल रहे हैं !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात