क्रिसमस के बाद हिंदू जागरण मंच ने बंगाली फिल्म ‘रॉन्गबिरोन्गेर कोरही’ को विरोध किया है। मंच किरदार का नाम राम और सीता रखने पर यह विरोध हुआ है। साथ ही पूछा है कि, फिल्मी चरित्रों का नाम मरियम, मोहम्मद या आयशा क्यों नहीं रखा जाता है? मंच ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए सेंसर बोर्ड से इसे पास न करने की मांग की है। संगठन ने शुक्रवार को सेंसर बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय को पत्र लिखकर किरदारों का नाम न बदलने की स्थिति में फिल्म के प्रदर्शन को अनुमति न देने को कहा है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने सेंसर बोर्ड के कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया है।
हिंदू जागरण मंच के पश्चिम बंगाल शाखा के प्रवक्ता विवेक सिंह ने इसको लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को भी पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा, ‘मीडिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि फिल्म में किरदारों के नाम राम और सीता रखे गए हैं जो अंत में अलग हो जाते हैं। यह फिल्म रामायण पर आधारित नहीं है, ऐसे में किरदारों का नाम राम और सीता नहीं रखा जाना चाहिए। यदि उन्होंने ऐसा किया भी ताे दोनों के अलगाव को नहीं दिखाया जाना चाहिए। यह हिंदुओं की भावनाओं को जानबूझकर ठेस पहुंचाने का प्रयास है। इन किरदारों के नाम जोसेफ और मरियम या फिर मोहम्मद और आयशा क्यों नहीं रखे जाते हैं? हमें निर्देशक से चरित्रों का नाम बदलकर फिल्म को रिलीज करने को कहना चाहिए।’
विवेक ने आरोप लगाया कि फिल्म निर्देशक रंजन घोष नेशनल अवॉर्ड जीतने के लिए विवाद पैदा करना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल के भजापा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि फिल्मी चरित्रों का नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर रखने से लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। वहीं, रंजन घोष ने संगठन के इस कदम को कलाकारों की रचनात्मक आजादी को रोकने का प्रयास बताया है। उन्होंने मंच की मांग को अतार्किक करार दिया है। बंगाली फिल्म में रितुपर्णा सेनगुप्ता, चिरंजीत चक्रवर्ती, सोहम चक्रवर्ती, रित्विक चक्रवर्ती और अरुणिमा घोष ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। रिलीज की तिथि फिलहाल तय नहीं की गई है। सेंसर की ओर से अभी तक इसे अनुमति भी नहीं मिली है।
स्त्रोत : जनसत्ता