बार-बार वही पूछताछ कर राष्ट्र एवं धर्म प्रेमी साधकोंको प्रताडित करनेवाली हिंदूद्वेषी पुलिस !
पौष कृष्णपाक्ष १४ , कलियुग वर्ष ५११४
पनवेल, ८ फरवरी (संवाददाता) – सनातनके देवद (पनवेल)आश्रमके विषयमें ७ फरवरीको पनवेल नगर पुलिस थानेके गोपनीय कक्षके घांगुर्डेने सनातन संस्थाके प्रवक्ता श्री. अभय वर्तकसे पूछताछ की । इस पूछताछके समय उन्होंने निम्न प्रश्न किए ।
१. संस्थाकी स्थापना कब हुई और आजतकका संस्थाका इतिहास क्या है ?
२. संस्थाका ध्येय कौनसे हैं ?
३. आश्रमकी भूमि किसके स्वामित्वमें है ?
४. संस्थाके न्यासके न्यासी कौन हैं ?
५. आश्रमके प्रमुख कौन हैं ?
६. आश्रममें कितने साधक हैं ?
७. आश्रममें व्यवस्था केसी होती है ?
८. आश्रमका दैनिक कार्यक्रम क्या होता है ?
९. आश्रममें कितने विभाग हैं ?
१०. आश्रममें चिकित्सालय है क्या ? वहां कितने रुग्ण हैं ? ‘रिसर्च सेंटर’ है क्या ?
११. आश्रमसे बाहर पुस्तकें, पेपर इत्यादि साहित्य प्रसारित किया जाता है क्या ?
इस समय श्री. अभय वर्तकने यह प्रश्न लिखित स्वरूपमें देनेकी विनती पुलिससे की । (आजतक पुलिसने बार-बार इस प्रकारकी पूछताछ की है तथा पुलिसके पास उक्त जानकारी भी है, फिर भी उक्त प्रश्न बार-बार पूछकर राष्ट्र एवं धर्म हेतु कार्यरत साधकोंका तथा अपना अमूल्य समय पुलिस व्यर्थ कर रही है । इससे यह स्पष्ट होता है, कि वर्ष २०१४ में होनेवाले लोकसभा चुनावके उपलक्ष्यमें धर्मांधोंको मनानेके लिए निधर्मी (अधर्मी) राजनेताओंके आदेशानुसार पुलिस राष्ट्रप्रेमी तथा धर्मप्रेमियोंके पीछे किस प्रकार हाथ धोकर पडी हुई है । – संपादक)
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात