हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा विविध राज्योंमें सितम्बर २०१४ में किया गया धर्मप्रसार !

कार्तिक पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६

१. छत्तीसगढ

१. पृथक स्थानोंपर आयोजित ग्रंथप्रदर्शनियां

अ. भिलाईनगरके बम्लेश्वरी देवी मंदिर, सेक्टर ६ में नवरात्रि निमित्त सनातनके सााqत्त्वक उत्पाद एवं ग्रंथ प्रदर्शनीका आयोजन किया गया ।

आ. दुर्ग जनपदके अंतर्गत आनेवाले शासकीय उच्चस्तर माध्यमिक पाठशाला, अंजोरा रानी लक्ष्मीबाई पाठशाला, दुर्गमें सनातनके सात्त्विक उत्पादोंकी प्रदर्शनीका आयोजन किया गया था । प्रदर्शनीको पाठशालाके अध्यापकोंकी ओरसे उत्स्फूर्त प्रतिसाद प्राप्त हुआ तथा उन्होंने यह भी कहा कि पाठशालामें प्रत्येक मास नियमित रूपसे सात्त्विक  उत्पादोंकी प्रदर्शनीका आयोजन करें ।

२. पाठशालाओंमे प्रश्नमंजूषाका आयोजन

गणेशोत्सव, नवरात्र तथा दीपावली, इन विषयोंपर दुर्गकी ३ पाठशालाओं तथा भिलाईनगरकी एक पाठशालामें प्रश्नमंजूषाका कार्यक्रम आयोजित किया गया । उसमें ४ पाठशालाओंके कुल मिलाकर ४९४ छात्र उत्स्फूर्त रूपसे सम्मिलित हुए ।

अ. उस अवसरपर उत्सवमें होनेवाले अनाचार रोकनेके सन्दर्भमें छात्रोंका प्रबोधन किया गया ।

आ. आचारधर्मपर आधारित धार्मिक कृत्यके सन्दर्भमें जानकारी दी गई ।

इ. छात्रोंको नामजपका महत्त्व बताकर ५ मिनट उनसे श्री गणपति तथा श्री दुर्गादेवीका नामजप करवाया गया ।

ई. पाठशालामें आयोजित प्रश्नमंजूषाके कार्यक्रमसे प्रभावित प्राचार्य श्री. ए. के. अग्रवालने कहा कि वे पृथक अभियानोंमें भी सम्मिलित होंगे  : दुर्गके श्री लक्ष्मीनारायण विद्यालय, मालवीयनगरके प्राचार्य श्री. ए. के. अग्रवाल वहां आयोजित प्रश्नमंजूषाके कार्यक्रमसे अत्यंत प्रभावित हुए । साथ ही भविष्यमें भी यदि इसी प्रकारके कार्यक्रम आयोजित किए गए, तो उसमें सम्मिलित होनेकी इच्छा भी उन्होंने व्यक्त की । उन्होंने यह भी सूचित किया कि जनवरी २०१५ में क्रांतिकारियोंपर आधारित फ्लेक्स प्रदर्शनीका आयोजन करें । यदि पाठशालाओंके छात्रोंको आमन्त्रित कर कुछ अभियान आयोजित करनेकी इच्छा है, तो उसके लिए अगले वर्ष मार्च अथवा अप्रैल २०१५ के पश्चात पाठशालाकी वास्तु उपलब्ध करनेकी सिद्धता व्यक्त की । पाठशालामें नियमित बालसंस्कार वर्ग आरम्भ करनेकी भी सिद्धता प्रदर्शित की ।

३. धर्मप्रेमी एवं जिज्ञासुओंका धर्मप्रसारके कार्यमें अनुकरणीय सहयोग !

३ अ. लव जिहादके विशेषांक तथा ग्रंथ प्रायोजित कर वितरित करना :  रायपुरके धर्माभिमानी, साथ ही मासिक एवं दैनिक सनातन प्रभातके वाचक(वर्गणीदार) श्री. हेमंत उपासनेने दैनिक सनातन प्रभातके तथा हिन्दी मासिक सनातन प्रभातके लव जिहादके विशेषांक एवं लव जिहादके ३० हिन्दी ग्रंथ प्रायोजित किए, साथ-साथ उन ग्रंथोंका स्वयं वितरण भी किया ।

३ आ. लव जिहाद विशेषांकके अंक प्रायोजित कर स्वयं उनका वितरण करना

१. २० जूनसे २६ जून २०१४ की इस कालावधिमें गोवामें आयोजित तृतीय अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशनमें सम्मिलित वापारा-राजिमके गायत्री परिवारके श्री. आनंद श्रीवास्तवने हिन्दी मासिक सनातन प्रभातके लव जिहाद विशेषांकके १०० अंक प्रायोजित कर स्वयं उनका वितरण किया ।

२. भिलाईनगरके हिन्दूनिष्ठ एवं मासिक सनातन प्रभातके वर्गणीदार श्री. हेमंत नाईकने दैनिक सनातन प्रभातके लव जिहाद विशेषांकके ६ अंक प्रायोजित किए तथा स्वयं उनका वितरण किया ।

– श्री. हेमंत कानस्कर, छत्तीसगड


२. हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा देहली, पंजाब तथा फरीदाबादमें सितम्बर २०१४ में किया गया धर्मप्रसार !

१. अन्य हिन्दूनिष्ठ संगठनोंद्वारा आयोजित कार्यक्रमोंमें समितिका सहयोग

अ. २३.९.२०१४ को देहलीके जंतर-मंतरमें राष्ट्रवादी कांग्रेस, शिवसेना तथा यूनाईटेड हिन्दू फ्रंटद्वारा लव जिहादके विरोधमें आयोजित आंदोलनमें समितिके कार्यकर्ता  सम्मिलित हुए ।

आ. २७.९.२०१४ को देहलीमें मौलिक भारत संगठनद्वारा ‘अश्लीलता एवं महिलाओंपर हो रहे आघातोंपर प्रतिबंध लगाना’ तथा ‘उन्मादक द्रव्योंपर पाबंदी’ इन विषयोंपर एक परिसंवादका आयोजन किया गया था । समिति उसमें भी सम्मिलित हुई थी ।

इ. २७.९.२०१४ को गाजियाबादके गोपीनाथ मंदिरमें गाजियाबादके हिन्दूनिष्ठ श्री. मनोज श्रीवास्तवने ‘हिन्दुत्वको बचाने हेतु कौनसे उपायोंका आयोजन कर सकते हैं?’ तथा ‘हिन्दू संगठन’ इन विषयोंपर विचारविमर्श करने हेतु एक बैठकका आयोजन किया था । समिति उसमें भी सम्मिलित हुई थी । समितिद्वारा वहां ग्रंथप्रदर्शनीका भी आयोजन किया गया था ।

२. धर्मप्रसारके कार्यमें धर्माभिमानियोंका उल्लेखनीय सहयोग

२ अ. राष्ट्रीय हिन्दू आन्दोलनमें सहभागी एक धर्माभिमानीने स्वयंप्रेरणासे लव जिहादके २५ ग्रंथ खरीदे : १४.९.२०१४ को देहलीके जंतर-मंतरमें हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा लव जिहादके विरोधमें तथा कश्मीरी हिन्दुओंका पुनर्वसन हो, इन विषयोंपर आंदोलन आयोजित किया गया । उसमें भिन्न हिन्दूनिष्ठ संगठनोंके ४० से ४५ धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे । इस आंदोलनमें सम्मिलित एक धर्माभिमानीने स्वयं प्रेरणासे लव जिहादके २५ ग्रंथ खरीदे । 145

२ आ. हिन्दूनिष्ठोंको तिलक लगानेका आवाहन करनेवाले गाजियाबादके श्री. विनोद सर्वोदय : गाजियाबादके धर्माभिमानी श्री. विनोद सर्वोदयने लव जिहादके ५०० ग्रंथ  प्रायोजित किए । उन्होंने अनेक हिन्दूनिष्ठोंको अपने व्ययसे सात्त्विक कुमकुम तथा मोम भेंट देकर प्रतिदिन तिलक लगानेका आवाहन किया ।

२ इ. लव जिहादके १०० ग्रंथ प्रायोजित करनेवाले देहलीके श्री. दिव्यप्रकाश आर्य : हिन्दू जनजागृति समितिके संकेतस्थलके माध्यमसे प्राप्त देहलीके एक धर्माभिमानी श्री. दिव्यप्रकाश आर्यने लव जिहादके १०० ग्रंथ प्रायोजित किए । वे आर्य निर्मात्री सभाके माध्यमसे हिन्दू युवकोंको जागृत करनेका कार्य कर रहे हैं । अक्तूबर मासमें हरिद्वारमें आयोजित एक शिविरमें उन्होंने हमें वक्ताके रूपमें आमंत्रित किया था ।

२ ई. श्राद्ध विषयका हस्तपत्रक निःशुल्क मुद्रित कर उसका वितरण करनेवाले श्री. राजेंद्र कुमार : देहलीके मासिक सनातन प्रभातके वाचक श्री. राजेंद्र कुमारका मुद्रणालय है । उन्होंने श्राद्ध विषयका हस्तपत्रक निःशुल्क मुद्रित किया तथा ५०० पत्रकोंका वितरण स्वयं किया । उनके पास व्यवसाय हेतु आनेवाले लोगोंको वे सनातन प्रभातके वर्गणीदार बनाते हैं ।

२ उ. चंडीगढ, पंजाबके मासिक सनातन प्र

भातके ३ वाचकोंने लव जिहादके विशेषांककी २५० प्रतियां प्रायोजित कीं ।

– श्री. सुरेश मुंजाल तथा श्री. विनय पानवळकर, देहली.


३. चेन्नई

१. शिवसेनाद्वारा आयोजित कोपरा सभामें समितिद्वारा मार्गदर्शन

१८.९.२०१४ को चेन्नईके कोंडीथोपमें चेन्नई शिवसेनाद्वारा आयोजित कोपरा सभामें समितिद्वारा मैंने सहभाग लिया तथा वहां व्याख्यानके माध्यमसे हिन्दुधर्मका महत्त्व, साधना एवं हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना ये ४ विषय प्रस्तुत किए । इस कार्यक्रममें  लगभग २०० लोग उपस्थित थे ।

२. ईश्‍वरपीठम् संस्थाद्वारा प्रदोषानिमित्त आयोजित अखण्ड नामजपके कार्यक्रममें समितिद्वारा मार्गदर्शन एवं ग्रंथप्रदर्शनका आयोजन

२१.९.२०१४ को ईश्‍वरपीठम् संस्थाद्वारा अम्बत्तूूर, चेन्नईमेें प्रदोषके निमित्त भगवान शंकरकी उपासनाहेतु अखण्ड नामजपका आयोजन किया था । इस कार्यक्रममें समितिद्वारा एक प्रवचन आयोजित किया गया था । इस प्रवचनमें भगवान शंकरकी उपासनाके पीछेके शास्त्रका महत्त्व, कुलदेवता एवं दत्तके नामजपका महत्त्व तथा नवरात्रिके महत्त्वके विषयमें जानकारी दी गई । इस कार्यक्रमके प्रमुख श्री. जगन्नाथने समितिके कार्यकी प्रशंसा कर कहा कि भविष्यमें समितिको हम अपने कार्यक्रममें आमन्त्रित करेंगे । लगभग १०० श्रद्धालुओंने इस कार्यक्रमका लाभ लिया । इस समय आध्यात्मिक ग्रंथोंकी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी ।

हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंने कांची कामकोटी पीठाधीश्‍वर श्री स्वामी जयेंद्र सरस्वतीसे भेंट कर उनके आशीर्वाद लिए

१३.९.२०१४ को चेन्नईके कृष्णा गान सभामें कांची कामकोटी पीठाधीश्‍वर श्री स्वामी जयेंद्र सरस्वतीका ८० वां जयंती समारोह सम्पन्न हुआ । इस समारोहमें हिन्दू जनजागृति समितिकी ओरसे श्री. रविचंद्रन एवं मैं (श्रीमती उमा रविचंद्रन) उपस्थित थे । नामसंकीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होनेके पश्चात श्री विजयेंद्र सरस्वती स्वामीने कांची मठद्वारा चलाए जानेवाले विविध सामाजिक तथा आध्यात्मिक उपक्रमोंकी जानकारी दी । उस समय ‘सन्घेशक्ति:’ कलियुगे, अर्थात कलियुगमें संगठित रहनेमें ही शक्ति है, इस विषयपर उन्होंने अधिक जोर दिया ।

हिन्दू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंने श्री स्वामी जयेंद्र सरस्वतीके आशीर्वाद लिए । सनातन संस्थाद्वारा प्रकाशित तमिल भाषी ‘धर्मपरिवर्तन एवं धर्मपरिवर्तित लोगोेंका शुद्धीकरण’ ग्रंथ स्वामीजीको भेंटस्वरूप दिया गया । धर्मपरिवर्तित लोगोंको हिन्दू धर्ममें पुनः प्रवेश मिलने हेतु स्थापित हिन्दू धर्मदीक्षा केंद्रके विषयमें स्वामीजीको जानकारी दी गई । स्वामीजीने कार्यके लिए आशीर्वाद देकर प्रसादके रूपमें कुमकुम दिया ।

– श्रीमती उमा रविचंद्रन्, चेन्नई

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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