नई देहली – सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC- सेंसर बोर्ड) ने पद्मावती का नाम पद्मावत करने और ५ बदलावों के साथ फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया है। किंतु, राजस्थान के राजघराने के सदस्यों ने इसे सर्टिफिकेट दिए जाने का विरोध किया है । मेवाड के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह ने कहा, ‘सेंसर बोर्ड ने हमें पैनल का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रण दिया था। हमने कुछ प्रश्न किए तो पता चला कि, कुछ और पैनल्स ने फिल्म देखी है और बिना हमारी मंजूरी के फिल्म को सर्टिफिकेट दे दिया गया। सेंसर बोर्ड का ये रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना है।
बता दें कि, २८ दिसंबर को सेंसर बोर्ड ने पद्मावती का रिव्यू किया था। फिल्म में आवश्यक बदलाव करने के लिए विशेषज्ञों का एक पैनल भी बनाया गया था।
स्त्रोत : भास्कर