मुंबई : देश में इस समय महाराष्ट्र में पुणे के भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा की सबसे ज्यादा चर्चा है । इस हिंसा के लिए पू. संभाजी भिडे गुरुजी को जिम्मेदार ठहराने प्रयास बडी मात्रा में किया जा रहा है । इसलिए पू. गुरूजी ने पहली बार सामने आकर अपनी सफाई दी है । उन्होने कहा है कि, उनपर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं । दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार करार दे रहे हैं । इस बीच हिंसा के बाद पहली बार मोहन भागवत का भी बयान सामने आय़ा है ।
८५ वर्ष के पू. संभाजी भिडे गुरुजी सादगी से रहने वाले और बहुत पढ़े-लिखे सम्मानित व्यक्ति हैं । गुरुजी ने अॅटोमिक साइंस में डिप्लोमा किया है, उन्होंने पुणे युनिवर्सिटी से एमएससी डिग्री प्राप्त की है । गुरुजी फर्ग्युसन युनिवर्सिटी में फिजिक्स के प्रोफेसर रह चुके हैं । भिडे गुरुजी अपने कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं । उन्होंने अपने एेशोआराम के जीवन का सामाजिक कार्यों के लिए त्याग कर दिया है ।
गुरुजी कल सांगली में कलेक्टर से मिले और मांग करते हुए कहां कि जो आरोप उनके विरुद्ध लगाए गए हैं वो वापस लिए जाएं, क्योंकि वो गलत हैं । उन्होने कहा कि, ‘’ये कहना गलत है कि मैं पुणे में दंगे वाली जगह पर उपस्थित था और मैं दंगे के लिए जिम्मेदार हूं । दलित नेता प्रकाश आंबेडकर ने मेरे विरुद्ध हिंसा के आरोप लगाए हैं । इस मामले की गहरी जांच होनी चाहिए । मैं हिन्दुओं में राष्ट्रवाद की भावना जगाने के लिए काम करता हूं ।’’
स्त्रोत : एबीपी न्युज