वंदनगड (जिला सातारा) में शिवप्रेमियोंद्वारा दुर्गसंवर्धन अभियान
वंदनगड (तहसिल वाई, जिला सातारा) : वंदनगड में २५ दिसम्बर को आयोजित दुर्गसंवर्धन अभियान के समापन अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री.मदन सावंत संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने ऐसा आवाहन किया कि, ‘मंदिरों का सरकारीकरण होने से भक्तोंद्वारा अर्पित धन लूटा जा रहा है, वंदे मातरम् को विरोध करनेवाले धर्मांध हज यात्रा हेतु अनुदान लूटते हैं, ऐसी स्थिति में पुरोगामी अविचारी लोग हिन्दुओं का दिशाभ्रम कर रहे हैं ! हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना, यही सभी समस्याओं पर एकमात्र समाधान है ! यह बात ध्यान में रखते हुए शिवछत्रपति के हिन्दवी स्वराज्य से प्रेरणा लेकर हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु सक्रिय हों !’
दो माह पूर्व भैयादूज के दिन श्रीशिववंदनेश्वर प्रतिष्ठान तथा श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान इन संघटनों के कार्यकर्ताओं ने वंदनगड पर ध्वजारोहण साथ ही तुळाजी आंग्रे की समाधी का पूजन करने का संकल्प किया था। उसी की संकल्प पूर्ति इस कार्यक्रम में की गई। इस अभियान में सर्वश्री अक्षय शिंदे, किरण यादव, संकेत बाबर, हर्षद चव्हाण के साथ किकली, जांब, लिंब, गोवे, लगडवाडी, गोवे दिगर, देऊर, राऊतवाडी, खोलवडी, आंबवडे, बनवडी तथा मुंबई से उपस्थित १५० शिवप्रेमी सम्मिलित हुए थे !
किले वंदनगड पर २०० वर्षों के पश्चात भगवा ध्वज लहराया !
किले वंदनगड पर २०० वर्षों के पश्चात पहली ही बार भगवा ध्वज का आरोहण किया गया ! ध्वज का पूजन कर ध्येयमंत्र तथा प्रेरणामंत्र का पठन किया गया। उस समय किए गए शंखनाद एवं शिवप्रेमियों की उत्स्फूर्त घोषणाओं के कारण वातावरण गूंज ऊठा !
शिवप्रेमियों ने अपने व्यय से ध्वजस्तंभ का आयोजन किया !
ऐसा हुआ दुर्गसंवर्धन अभियान !
१. प्रातः ८ बजे किले पर सफाई आरंभ हुई। तत्पश्चात श्री काळुबाईदेवी, प्रवेशद्वार के निकट होनेवाले श्री गणेश एवं श्री वंदनेश्वर महादेव इन देवताओं की महापूजा कर सामुहिक आरती की गई।
२. हिन्दवी स्वराज्य के आरमार के सेनापती सरखेल कान्होजी आंग्रे के पुत्र तुळाजी आंग्रे की समाधीस्थल की भी सफाई की गई।
३. गड पर श्री वंदनेश्वर का मंदिर का निर्माणकार्य करने का संकल्प शिवप्रेमियोंद्वारा किया गया। साथ ही यह आवाहन भी किया गया कि, सभी इस कार्य में यथाशक्ति योगदान दें !
क्षणिकाएं
१. हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. सुनील दळवी ने उपस्थितों को हिन्दू राष्ट्र स्थापना की शपथ दिलाई। तदनुसार सभी ने धर्मसेवा हेतु सक्रिय बने रहने का निर्धार किया !
२. श्री. मदन सावंत के मार्गदर्शनानुसार युवकों ने धर्मकार्य में सम्मिलित होने के लिए उनके साथ विचारविमर्श किया। युवकों ने जांब गांव में हिन्दू जनजागृति सभा आयोजित करने की मांग की !
३. उस समय हिन्दू धर्मजागृति सभा का दैनिक सनातन प्रभात विशेषांक तथा ‘३१ दिसम्बर न मनाएं’ इस संदर्भ में प्रबोधनात्मक ऐसी हस्तपत्रिकाएं वितरित की गई।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात