भोपाल में ‘धर्मरक्षक’द्वारा आयोजित तृतीय ‘प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन’ !
भोपाल : यह वर्ष गुरु गोविंदसिंहजी का ३५० वा जयंती वर्ष है, उनके जीवनकाल मे हुए चमकोर युद्ध में केवल ४० खालसा योद्धाआें ने ३००० की मुगल सेना को परास्त किया था। गुरु गोविंदसिंहजी को खालसा पंथ में हिन्दूआें ने धर्मयोद्धा के रुप में सम्मिलित होना अपेक्षित था। आज हमे भी जात-पात भुलकर हिंदुराष्ट्र लाने हेतु धर्मयोद्धा बनना होगा, ऐसा प्रतिपादन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भोपाल समरसता विभाग प्रमुख श्री. नैमिष सेठ ने किया । वे भोपाल में धर्मरक्षक संघटनद्वारा आसूदानी चैरिटेबल ट्रस्ट के धर्मशाला मे आयोजित तृतीय प्रांतीय हिन्दू अधिवेशन के प्रथम दिन को संबोधित कर रहे थे । इस समय मंचपर धर्मरक्षक संघटन के संस्थापक अध्यक्ष श्री. विनोद यादव, संघटन के अध्यक्ष श्री. योगेश पटवा, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश समन्वयक श्री. योगेशजी व्हनमारे उपस्थित थे ।
तत्पश्चात व्यस्त जीवन में भी धर्मरक्षा के लिए दो दिन का समय निकालकर आएं सभी का स्वागत कर श्री. विनोद यादवजी ने सभी को इस अधिवेशन का पुरा लाभ लेने का आवाहन किया । इस समय श्री. पटवाजी ने अधिवेशन का उद्देश स्पष्ट किया ।
हिन्दू राष्ट्र के लिए शौर्य एवं स्वाभिमान जागृत करना पडेगा ! – श्री. योगेश व्हनमारे
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. योगेश व्हनमारेजी ने कहां कि आज बहुसंख्य होते हुए भी भारत में हिन्दू समाजपर अन्याय हो रहा है । अपने अधिकारों के लिए उन्हे झगडना पड रहा है । हिन्दू अपना शौर्य और स्वाभिमान भूल जाने के कारण यह स्थिती है । इस स्थिती को बदलने के लिए हिन्दू समाज का शौर्य एवं स्वाभिमान जागृत करना पडेगा ।
हिन्दू राष्ट्र ही हिन्दूआें के वर्तमान समस्याआें का समाधान ! – श्री. आनंद जाखोटिया
‘हिन्दू राष्ट्र क्यों आवश्यक है ?’, इस विषय पर हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटियाजी ने कहां कि, आज धर्मनिरपेक्षता के नामपर हिन्दूआें के साथ सभी सरकारे दोगला व्यवहार कर रही है । हिन्दूआें को संघटित होकर अब हिन्दू राष्ट्र की मांग करनी होगी । हिन्दू राष्ट्र ही हिन्दूआें के सभी वर्तमान समस्या का समाधान है ।
आज चक्रधर श्रीकृष्ण के पूजा का समय ! – श्री. योगेश परमारजी
इस समय मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना प्रकोष्ठ के भोपाल नगर संयोजक श्री. योगेश परमारजी ने कहा कि, आज चक्रधर श्रीकृष्ण की पूजा एवं भक्ती का समय है । हमें गलत इतिहास पढाया जाने के कारण हिन्दू अपना शौर्य भूल गए है । आज हिन्दू राजनीती की बुराई करते है, पर नेता दिखते ही चापलुसी शुरू करते है । यह दोगला व्यवहार बंद करना होगा । हम विश्व की चिंता करते है, पर प्रारंभ हमें अपने गली से करना होगा । हम यदी आसपास के हिन्दूआें का संगठन करेंगे, तो भारत हिन्दू राष्ट्र बनने में समय नहीं लगेगा ।
धर्माचरण कर आदर्श हिंदुराष्ट्र संघटक बनना समय की आवश्यकता ! – श्रीराम काणे
हिंदुराष्ट्र संघटक आचारसंहिता इस विषय पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रीराम काणेजी ने कहां कि, सनातन धर्म ही भारत राष्ट्र की आत्मा है। धर्माचरण करते समय, अपशब्दों का उपयोग टालना, व्यसनाधिन न होना, अती आत्मविश्वास न रखने के साथ समय पालन करना, स्वयंशिस्त रखना तथा प्रसिद्धी पराग्मुखता होना आवश्यक है । धर्माचरण कर आदर्श हिंदुराष्ट्र संघटक बनना काल की आवश्यकता है ।
धर्मरक्षक के श्री. आकाश यादवजी ने कहा कि, धैर्य, समयका पालन करना, साहस, अनुशासन एवं निर्णयक्षमता होना यह धर्मरक्षक संघटन के पंचतत्व है ।
क्षणचित्र
१. इस समय श्री. नैमिष सेठजी ने कहां कि, यहां सनातन संस्था के सदस्य उपस्थित है । हिन्दू राष्ट्र के ध्येय्य को लेकर वो चल रहे है । उनका और कोई उद्देश नहीं है । मुझे उनको मिलकर खुशी हुई ।
२. इस अधिवेशन में सनातन संस्था निर्मित ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गयी थी ।
३. सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा निर्मित हिन्दू राष्ट्र, आचारधर्म, क्रांतिकारी आदी विषयों की फ्लेक्स प्रदर्शनी धर्मरक्षक संघटनद्वारा अधिवेशन स्थलपर लगायी गयी ।