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भगवा ध्वज हाथ में लेकर तथा ढोल-ताशा के साथ पारंपारिक वेश परिधान कर शोभायात्रा
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हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था का भी सहभाग
मुंबई : चैत्र शुद्ध प्रतिपदा ! हिन्दुओं का कलियुग का ५१२० वा नूतन वर्ष कल आरंभ हुआ । इसी उपलक्ष्य में महाराष्ट्र के सर्व प्रमुख शहरों में अधिक मात्रा में हिन्दुओं ने भगवा ध्वज हाथ में लेकर ढोल-ताशा के साथ पारंपारिक वेश परिधान कर फेरी का आयोजन कर नववर्ष का स्वागत कर एकदूसरे को शुभेच्छा दी । कुछ स्थानों पर हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था ने भी इस फेरी में सम्मिलित होकर स्वसुरक्षा प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए ।
मुंबई में गोरेगांव, दहिसर, डोंबिवली, ठाणे में प्रातः से शोभायात्राओं का आयोजन किया गया । सर्वत्र भव्य आकर्षक रंगोलियां निकाली गई थी । गोवा राज्य में भी नूतन वर्ष का भव्य स्वागत किया गया ।
चित्ररथ, प्रतिकृती, दृश्य के साथ ढोल-ताशा की गूंज में तथा लेजीम के ताल के साथ भगवा ध्वज लेकर शोभायात्रा मार्गक्रमण कर रही थी । कुछ स्थानों पर बालकों ने महापुरुषों का वेश परिधान किया था । मुंबई की शोभायात्रा में विदेशी अतिथी भी सम्मिलित हुए थे । गिरगांव में महिलाएं दोपहिए पर फेरी में सम्मिलित हुई थी । रत्नागिरी में पानी बचाओ का संदेश शोभायात्रा द्वारा दिया गया, तो पंढरपुर में परंपरानुसार ब्रह्मध्वज परिवर्तित किया गया । नाशिक तथा सांगली में भी भव्य मात्रा में ढोल-ताशा की गूंज में शोभायात्रा आयोजित की गई ।
कोल्हापुर में मराठी संस्कृति का दर्शन करनेवाली शोभायात्रा आयोजित की गई थी, तो इचलकरंजी में प्रातः गायन के कार्यक्रम से नववर्ष का स्वागत किया गया ।
वेतन समय पर प्राप्त न होने के कारण उसका निषेध करने हेतु शिक्षणमंत्री के बंगले के प्रवेश द्वार पर काली गुढी खडी कर अध्यापक परिषद की ओर से निषेध अध्यापकों का वेतन समय पर प्राप्त न होने का निषेध व्यक्त करने हेतु अध्यापक परिषद के पदाधिकारियों ने राज्य के शिक्षणमंत्री विनोद तावडे के बंगले के मुख्य प्रवेश द्वार पर गुढी खडी कर निषेध व्यक्त किया । मुंबई के २७ सहस्र शिक्षण तथा अन्य कर्मचारियों का वेतन प्राप्त नहीं हुआ है । उस समय अध्यापक परिषद के कुछ पदाधिकारी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात