बोलारम (भाग्यनगर) में हिन्दू धर्मजागृति सभा
बोलारम (भाग्यनगर) : सर्वशक्तिमान एवं सर्वव्यापी ईश्वर को छोडकर अन्य पंथों के पीछे भागना यह हिन्दुआें की मूर्खता है । हिन्दुआें की यह स्थिति बनना दुर्भाग्यजनक है । आजकल घर के किसी व्यक्ति की मृत्यु होनेपर ही भगवद्गीता का पठन किया जाता है । वास्तव में हिन्दुआें को प्रतिदिन भगवद्गीता पढकर उसके उद्देश्य को समझ लेना चाहिए । भगवद्गीता हमें अपने कर्तव्य का भान करा देती है । मोहनदास गांधी ने हिन्दुआें में व्याप्त क्षात्रवृत्ति को न्यून किया । अतः हिन्दुआें को अपने सामने गांधी का नहीं, अपितु छत्रपति शिवाजी महाराज तथा क्रांतिकारी भगतसिंह का आदर्श सामने रखना चाहिए तथा उनके द्वारा बताए गए मार्गपर अग्रसर होना चाहिए । आरश्य विश्वविद्यालय के श्री प्रणवात्मानंद सरस्वती स्वामीजी ने यहां की हिन्दू धर्मजागृति सभा में यह मार्गदर्शन किया ।
भाग्यनगर से २० कि.मी. की दूरीपर स्थित बोलारम के श्री महाकाली मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से हाल ही में हिन्दू धर्मजागृति सभा संपन्न हुई । इस अवसरपर व्यासपीठपर समाचारवाहिनी ‘हिन्दू टीवी’ के संस्थापक तथा मासिक ‘हैन्दव संस्कृति’ के मुख्य संपादक श्री. भरतकुमार शर्मा, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. चेतन जनार्दन तथा समितिप्रणित रणरागिनी शाखा की श्रीमती विनुथा शेट्टी उपस्थित थीं ।
क्षणचित्र
१. समाचारवाहिनी ‘हिन्दू टी.वी.’ ने इस हिन्दू धर्मजागृति सभा का सीधा प्रसारण किया ।
२. सभा के पश्चात वक्ताआें के साथ हुई बातचीत में स्थानीय धर्माभिमानी श्री. रामकृष्णा ने हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य के लिए अपना सभागार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया तथा उन्होंने और २ गांवों में हिन्दू धर्मजागृति सभाआें के आयोजन की मांग की, साथ ही इन सभाआें के लिए स्वयंस्फूर्ति के साथ सहायता करने का आश्वासन दिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात