एरंडोल (जिला जळगाव) में संपन्न ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में की गई मांग !
एरंडोल (जिला जळगाव, महाराष्ट्र) : यहां १३ जनवरी को संपन्न हुए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से राष्ट्र एवं धर्म के हित में विविध मांगें की गईं। अनियंत्रित एवं बढती जनसंख्या के कारण देश में उपलब्ध संसाधन, विकास दर और देश की आर्थिक स्थिति पर गंभीर परिणाम हो रहे हैं। आनेवाले समय में इस बढती हुई जनसंख्या को रोका नहीं गया, तो भविष्य में उसके कारण गंभीर समस्याएं उत्पन्न होकर उससे भारत की अखंडता एवं एकता प्रभावित हो सकती है ! इसे टालने हेतु सभी नागरिकों के लिए समान स्तर पर जनसंख्या नियंत्रण एवं उसके संतुलन के लिए तत्काल कानून बनाया जाए ! इस अवसर पर प्रमुखता से यह मांग की गई।
आंदोलनद्वारा की गई अन्य मांगें . . .
- हिन्दुओं के धार्मिक उत्सवों के समय ही यात्राओं के किराए में की जानेवाली अतिरिक्त एवं अन्यायकारी बढोतरी धार्मिक भेदभाव करनेवाली है; इसलिए उसे तत्काल निरस्त किया जाए !
- केंद्र शासन कश्मीरी हिन्दुओं का तत्काल पुनर्वास कर उनको उनके अधिकारवाला स्वतंत्र होमलैंड प्रदान करे !
- केवल अल्पसंख्यकों के लिए ही दी जानेवाली सभी योजनाओं को निरस्त कर समस्त समाज के लिए समान योजनाएं बनाई जाए !
एरंडोल पुलिस थाने में ज्ञापन
इस आंदोलन के पश्चात सभी हिन्दुत्वनिष्ठों ने श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के संस्थापक पू. भिडेगुरुजी को बिना किसी कारण अपकीर्त करनेवालों को कठोरता से दंडित किये जाने की मांग को लेकर संघटित रूप से एरंडोल पुलिस थाने में ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस समय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, राजमुद्रा मित्रमंडल, सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात