माघ शुक्ल १ , कलियुग वर्ष ५११४
सांगली – शनिवारको सांगलीमें आयोजित पत्रकार परिषदमें अंधश्रद्धा निर्मूलन समितिके कार्याध्यक्ष अविनाश पाटीलने अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि, जादूटोना विधेयकको सनातन संस्था, हिंदू जनजागृति समिति, अनंत श्री विभूषित रामानंदाचार्य जगद्गुरु श्री नरेंद्राचार्यजी महाराजके संप्रदायद्वारा विरोध हो रहा है । यह विरोध उन्होंने उजागर रूपसे दर्शाया है । ( प्रस्तावित जादूटोना विधेयक हिंदू धर्मके विरोधमें हैं । यह विधेयक पारित होनेसे अनेक हिंदुओंकी धार्मिक विधियोंपर संकट आएगा । इसलिए धर्मरक्षा हेतु सनातन संस्था, हिंदू जनजागृति समिति एवं श्री संप्रदायद्वारा विरोध किया जा रहा है । यह वस्तुस्थिति न समझते हुए केवल द्वेषवश अविनाश पाटील उक्त संगठनोंके नाम ले रहे हैं ! – संपादक ) अविनाश पाटीलने आगे यह भी कहा कि, विधेयक पारित करनेके लिए राष्ट्रवादी कांग्रेसके नेताओंका सार्वजनिक समर्थन है; परंतु कांग्रेस सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है । ( हिंदुओ, हिंदू धर्मपर आक्रमण करनेवाले विधेयकका जो पक्ष सार्वजनिक रूपसे समर्थन कर रहा है, उस पक्षको पुनः चुनना है अथवा नहीं, इस बातका गंभीरतासे विचार करना होगा ! – संपादक ) सरकार हां भी नहीं कहती तथा न भी नहीं कहती ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात