वॉशिंगटन : पाकिस्तान में पैन एम एयरलाइंस के एक विमान के अपहरण के ३१ साल बाद अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआय ने ४ वांछित संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है । अब बदले हुए चेहरे को ध्यान में रखते हुए एफबीआय ने आयु के लिहाज से चारों की नई तस्वीरें जारी की हैं । गौरतलब है कि इस घटना में भारतीय विमान परिचारिका नीरजा भनोट सहित २० लोगों की हत्या कर दी गई थी ।
चंडीगढ में जन्मीं नीरजा १९८६ में कराची में अगवा हुए ‘पैन एम फ्लाइट ७३’ में वरिष्ठ विमान परिचारिका थीं । यह संकट लगभग १६ घंटे बाद सुलझा था । अपहरणकर्ताओं की ओर से गोलियां चलाने और धमाके के बीच यात्रियों को आपातकालीन दरवाजे से बाहर निकालने में मदद करते समय नीरजा की मृत्यु हो गई थी !
नई प्रोग्रेसन तकनीक का उपयोग करते हुए एफबीआय के टेक्निशंस ने ‘पैन एम फ्लाइट ७३’ के ४ संदिग्ध अपहरणकर्ताओं की नई तस्वीरें तैयार की हैं । एफबीआय ने कहा है कि नई तस्वीरों के जरिए यह बताने का प्रयास किया गया है कि अपहरण करनेवाले आजकल कैसे दिख रहे होंगे ! इससे नए सुराग मिलने की संभावना है और यदि उनके बारे में किसी को कोई सूचना मिलती है तो वे सीधे एफबीआय को सूचित कर सकते हैं या ऑनलाइन गुप्त सूचना दे सकते हैं !
एफबीआय की सबसे वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल इस कांड के चारों संदिग्धों के नाम वदूद मोहम्मद हाफिज अल-तुर्की, जमाल सईद अब्दुल रहीम, मोहम्मद अब्दुल्ला खलील हुसैन अर-रहय्यल और मोहम्मद अहमद अल-मुनावर हैं । एफबीआय ने बताया कि वे कथित तौर पर अबु निदाल संघटन का हिस्सा थे, जिसे एक जमाने में अमेरिकी विदेश विभाग विदेशी आतंकवादी संघटन मानता था ।
एजेंसी के वॉशिंगटन डीसी स्थित एक दफ्तर के प्रभारी सहायक निदेशक ऐंड्रयू वेल ने कहा कि एफबीआय ने १९८६ में ‘पैन एम फ्लाइट ७३’ को अगवा करने की घटना के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए पिछले ३१ वर्षों के दौरान अथक मेहनत की है ! विदेश विभाग के ‘न्याय के लिए इनाम’ कार्यक्रम के तहत चारों संदिग्धों के बारे में ऐसी सूचना देनेवालों को ५०-५० लाख अमेरिकी डॉलर तक के इनाम की पेशकश की जा रही है जिससे उनकी गिरफ्तारी या उन्हें दोषी करार दिए जाने में मदद मिल सके !
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स