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बलिया (उत्तर प्रदेश) : मंदिर से १५ करोड रुपये कीमत की अष्टधातु की ५ मूर्तियां चोरी !

आज हिन्दुबहुल भारत में न हिन्दू सुरक्षित है आैर न हि उनके मंदिर ! आए दिन हिन्दुआें की हत्या हो रही है । उनका धर्मांतरण किया जा रहा है । हिन्दु युवतीयां लव जिहाद के षडयंत्र के जाल में फंस रही है । जहां हिन्दुआें की यह स्थिती है वही हिन्दुआें के चैतन्य स्त्रोत मंदिरों की स्थिती तो आैर भी भयावह है । मंदिर सरकारीकरण के कारण मंदिरों की भूमि हडप की जा रही है तथा मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुआें द्वारा किए जानेवाले दान के रुपयों में घोटाले किए जा रहे है । मंदिरों को अवैध बताकर उन्हे तोडा जा रहा है । मंदिरों में बडी मात्रा में चोरी की घटनाएं हो रही है । परंतु यह रोकने के लिए न सरकार कुछ ठोस कदम उठा रही है आैर न हि हिन्दुआें को इससे कुछ लेना-देना है !

मंदिर की यही मूर्तियां हुई चोरी

बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया में एक प्राचीन मंदिर से अष्टधातु की ५ मूर्तियां चोरी हो गईं । चोरी गई मूर्तियों की कीमत लगभग १५ करोड रुपये बताई जा रही है ! पुलिस ने मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है ।

जिले के फेफना थाना क्षेत्र के खूनी खोडीपाकड ग्राम में राम जानकी मंदिर है । लोगों की मानें तो इस मंदिर की स्थापना करीब डेढ सौ साल पहले जगदेव आनंदजी ने किया था । इसमें राम-सीता, लक्ष्मण, कृष्ण और राधा जी की अष्टधातु की पांच मूर्तियों की स्थापना की गई थी ।

लोगों ने बताया कि यहां स्थापित मूर्तियां बहुमूल्य थीं । एक मूर्ति का वजन लगभग २० किलो था । वहीं मंदिर के पुजारी अरुण कुमार पांडेय का कहना है कि पांचों अष्टधातु की मूर्तियों की कीमत लगभग १५ करोड रुपये है !

पुजारी ने बताया कि उनके पिताजी की तबियत खराब होने के कारण वह दो दिन पहले अपने गांव गए हुए थे । उन्होंने बताया कि चोर मंदिर के छत से रास्ता बनाकर मंदिर के अंदर आए और मूर्तियां चुराईं ।

इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है वहीं जिला प्रशासन कुछ भी बताने से कतरा रहा है । लोगों ने कहा कि जिले में आए दिन ऐसी बडी-बडी चोरी की घटनाएं हो रही हैं और पुलिस कुछ नहीं कर रही है !

गांव के निवासी पप्पू राय जी का कहना है कि मंदिर में मूर्तियों की स्थापना उनके पूर्वजों ने की थी । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मूर्तियों की कीमत करोडों रुपये है । पुलिस प्रशासन की लापरवाही से मूर्तियां चोरी हुईं ।

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