अद्ययावत
कासगंज : उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता की हत्या के मामले में बुधवार को पुलिस को एक और बडी कामयाबी हाथ लगी । मुख्य आरोपी सलीम के बाद अब उसके दोनों भाइयों वसीम और नसीम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है । इन दोनों के साथ ही इस मामले में अबतक कुल ११ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है ।
तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में २२ वर्ष के युवक अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन की मृत्यु हो गई थी । इस मामले में चंदन के पिता ने २० लोगों के विरुद्ध हत्या और देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया था । सलीम के दोनों भाई नसीम और वसीम भी आरोपी बनाए गए थे । ३१ जनवरी को पुलिस ने सलीम को गिरफ्तार कर लिया था परंतु उसके दोनों भाई फरार चल रहे थे ।
बुधवार को पुलिस ने सदर कोतवाली क्षेत्र के हजारा नहर के पास दोनों आरोपियों को धर दबोचा । इनके पास से दो तमंचा और दो जिंदा कारतूस मिले हैं । चंदन की हत्या के मामले में पुलिस की यह बडी कामयाबी मानी जा रही है ।
उधर, गुरुवार को चंदन गुप्ता के घर पर ५० फीट ऊंचा तिरंगा फहराया गया । चंदन गुप्ता का परिवार भी मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला था । सीएम योगी से मिलकर परिजनों ने चंदन को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की थी । हालांकि, सीएम ने इस मामले में परिवार को कोई जवाब नहीं दिया था ।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स
१ फरवरी २०१८
कासगंज : चंदन गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपी सलीम गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक चंदन गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपी सलीम को कासगंज से गिरफ्तार कर लिया गया है । पुलिस पिछले चार दिनों से सलीम की तलाश कर रही थी । सलीम को खोजने के लिए एसटीएफ को भी जिम्मेदारी दी गई थी ।
गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा में २२ वर्षीय चंदन की मृत्यु हो गई थी । इसमें सलीम को मुख्य आरोपी बनाया गया था । कहा जा रहा है कि सलीम ने ही छत से चंदन के ऊपर गोली चलाई थी । कासगंज के डीएम आरपी सिंह ने चंदन की हत्या के मामले में बडा खुलासा करते हुए इस बात की जानकारी दी थी कि छत से गोली चलाई गई थी । पुलिस ने हिंसा भडकाने के आरोप में लगभग ११८ लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, परंतु हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी बाकी थी ।
स्त्रोत : जनसत्ता
२८ जनवरी २०१८
कासगंज हिंसा : अब तक ६० लोग गिरफ्तार, आरोपी धर्मांध शकील के घर से मिले देसी बम और पिस्टल
कासगंज : उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा रैली के दौरान शुरू हुई हिंसा रविवार को भी जारी रही । रविवार सुबह धर्मांधो ने कासगंज की एक दुकान में आग लगा दी थी । इस मामले में अब तक ६० लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है । इनमें ७ लोगों के विरुद्ध नामजद एफआईआर दर्ज की गई है ।
दूसरी ओर मृतक चंदन का मुख्य आरोपी शकील अब भी फरार बताया जा रहा है । पुलिस आरोपी की तलाश के लिए कडी मशक्कत कर रही है । इस दौरान पुलिस ने शकील के घर की तलाशी ली, जहां देसी बम और पिस्टल मिले ।
हालांकि, उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि, लॉ ऐंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए कोई भी कदम उठाया जा सकता है । इसी के तहत अभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के दौरे पर अभी प्रतिबंध लगाया गया है । डीजीपी ने माना कि कासगंज में दो समुदायों के बीच फसाद हुआ था । उन्होंने आगे कहा, ‘आरोपियों बख्शा नहीं जाएगा । जरूरत पडने पर रासुका भी लगा सकते हैं । हमारे अधिकारी गिरफ्तारियां कर रहे हैं इसके साथ ही घर-घर तलाशी भी की जा रही है ।’
बता दें कि, उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि ९ आरोपियों समेत ६० लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है । बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं । पुलिस के बयान में कहा गया है कि २६ जनवरी की सुबह कस्बा कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों से ‘वंदेमातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भ्रमण कर रहे थे । जुलूस जैसे ही दूसरे समुदाय के लोगों के क्षेत्र में पहुंचा तो धर्मांधों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे दोनों पक्षों में विवाद बढ गया ।
इसी बीच फायरिंग के दौरान दो युवक अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन गोली लगने से घायल हो गया । घायल चंदन को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई । इसके बाद कासंगज में हिंसा भडक उठी ।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स
कासगंज हिंसा : मृतक चंदन के माता-पिता बोले, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद कहना अपराध, तो हमें भी मार दो गोली !‘
कासगंज : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस के मौके पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओंद्वारा निकाली जा रही मोटरसाइकल रैली पर धर्मांधों ने शुक्रवार को पथराव तथा फायरिंग कर दी थी । इस हिंसा में चंदन गुप्ता (२२) की मृत्यु हो गई जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए । एनबीटी ऑनलाइन ने मृतक चंदन के माता-पिता से खास बातचीत की ।
‘चंदन को मिले हुतात्मा का दर्जा’
मृतक के पिता ने बताया कि चंदन बीकॉम के छात्र थे और संकल्प नाम से एक प्राइवेट संस्था चलाते थे । वह गरीबों की मदद, ब्लड डोनेट करने जैसे सामाजिक काम करते रहते थे । यही नहीं, चंदन की मां संगीता गुप्ता ने कहा, ‘यदि हिदुस्तान में रहते हुए हिंदुस्तान जिंदाबाद कहना अपराध है तो हमें भी गोली मार दी जाए । चंदन के पिता की मांग है कि उनके बेटे को हुतात्मा का दर्जा मिले !’
‘मुझे भी मार दी जाए गोली’
चंदन के पिता ने कहा, ‘हिंदुस्तान में भारत माता की जय और वंदेमातरम कहना मना है तो मैं कहता हूं भारत माता की जय और वंदेमातरम, अब मुझे भी गोली मार दी जाए !’
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स
२७ जनवरी २०१८
कासगंज : अभाविप की तिरंगा यात्रा पर धर्मांधोंद्वारा पथराव के बाद हिंसा, एक हिन्दू कार्यकर्ता की मौत
ये है स्वयं को शांतिप्रिय कहनेवालो लोगों का असली रूप ! यदि हिंसा में कोर्इ मुसलमान मारा जाता, तो सेक्युलर मिडिया अब तक दिन-रात चर्चासत्र आयोजित कर बवाल खडा करती आैर देश में अहिष्णुता बढने का ढिंढोर पीटकर मोदी सरकार को बदनाम करती । किंतु मरनेवाला हिन्दू है, शायद इसलिए मिडिया शांत है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
कासगंज (उत्तर प्रदेश) : गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तिरंगा यात्रा में सांप्रदायिक बवाल हो गया । शहर में निकल रही इस तिरंगा यात्रा पर धर्मांध लोगों ने पथराव कर दिया !
इससे माहौल बिगड गया । पथराव से भडके माहौल के बीच आगजनी भी शुरू हो गई । वहीं फायरिंग में घायल दो लोगों में से एक की मृत्यु हो गई । इस तिरंगा यात्रा के दौरान हुए पथराव में दर्जनों गाडियां क्षतिग्रस्त हो गईं ।
शहर के बडडू नगर मोहल्ले में तिरंगा यात्रा पर धर्मांधों ने पथराव कर दिया जिसको लेकर दो वर्गों के युवक भिड गए । युवकों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट और पथराव के बाद फायरिंग भी शुरू हो गई । जिसमें दो लोगों को गोली लगी और गंभीर रूप से घायल चंदन की मृत्यु हो गई । पुलिस ने दोनों वर्ग से आधा दर्जन लोगों को अपनी हिरासत में लिया है ।
अभाविप के कार्यकर्ता तीन दर्जन बाइकों पर तिरंगा यात्रा एवं जुलूस निकाल रहे थे । तिरंगा यात्रा जब शहर के बड्डू नगर मोहल्ले में पहुंची, तो वहां मौजूद धर्मांध युवकों ने किसी बात को लेकर उनका विरोध किया । इसके बाद दोनों वर्गों के युवकों के बीच विवाद शुरू हो गया और मारपीट व पथराव शुरू हो गया । मारपीट व पथराव तेज होने की वजह से तिरंगा यात्रा निकाल रहे युवक बाइक छोड भाग खडे हुए । इस दौरान किसी ने दो फायर भी किए ।
स्त्रोत : नई दुनिया