जबलपुर (मध्यप्रदेश) – यहां के राणी दुर्गावती विश्वविद्यालय के संस्कृत-पाली-प्राकृत पदव्युत्तर अध्ययन तथा संशोधन विभाग के भूतपूर्व आचार्य तथा अध्यक्ष आचार्य डॉ. कृष्णकांत चतुर्वेदी से हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने हालही में सदिच्छा भेंट की । उस समय उनके साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. चंद्रा चतुर्वेदी भी उपस्थित थी । सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी ने दोनों को हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की सविस्तर जानकारी दी । उस समय उन्होंने महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का आरंभ संशोधन कार्य के संदर्भ की जानकारी भी उन दोनों को दी ।
डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि, ‘आज हिन्दु धर्म के लिए कार्य करनेवाली संगठनों में वैचारिक अधिष्ठान का अभाव है । अधिष्ठान देने का महत्त्वपूर्ण कार्य आप कर रहे हैं । वर्तमान में अत्यावश्यक तथा लोगों को स्वीकारार्ह होगा, इस पद्धति से आप यह कार्य कर रहे हैं ।’ डॉ. चंद्रा चतुर्वेदी ने बताया कि, ‘कलियुग में यह अच्छा कार्य कर रहे हैं, यह देखकर अत्यंत आनंद हुआ ।’
गोवा स्थित सनातन के आश्रम में शीघ्र ही भेंट देने का उनका मानस उन्होंने व्यक्त किया । उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश तथा राजस्थान राज्यों के समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया तथा श्री. अनिल गणोरकर भी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात