वैप्पिन (केरल) : यहां के एर्नाकुलम् जिले के न्यारक्कल क्षेत्र के एक मंदिर में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कु. आदिती सुखटणकर ने ‘धर्माचरण’ इस विषय पर २५ श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन किया।
कु. आदिती ने मार्गदर्शन करते समय समाज तथा हिन्दू धर्म की हुई अधोगती एवं उस पर उपाय अर्थात ‘धर्माचरण’, इसका महत्त्व बताया। उस समय उन्होने महिलाओं ने कुमकुम एवं पुरुषों ने माथे पर तिलक धारण करने के पीछे का शास्त्र, मंदिर में शास्त्रानुसार दर्शन किस प्रकार से लें ? साथ ही कुलदेवता के नामजप का शास्त्र इन विषयों पर भी मार्गदर्शन किया।
क्षणिकाएं
१. उपस्थित जिज्ञासुओं ने अपनी अपनी शंकाएं पूछने के कारण चर्चात्मक पद्धति से विषय प्रस्तुत करना सहज साध्य हुआ !
२. प्रवचन के स्थान पर लगाई गई सनातनद्वारा प्रकाशित ग्रंथ एवं सात्त्विक उत्पादों की प्रदर्शनी को जिज्ञासुओंद्वारा अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ !
३. उपस्थित सभी जिज्ञासुओं ने हर माह में एक बार ऐसा ही प्रवचन आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की !
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा केरल में प्रवचन के माध्यम से धर्मप्रसार !
५.१.२०१८ को एर्नाकुलम् जिले के कडवंत्रा के मट्टलिल भगवती मंदिर में प्रवचन आयोजित किया गया। प्रवचन में प्रार्थना का महत्त्व, देवता को नमस्कार किस प्रकार करें ? आदि विषयों पर मार्गदर्शन किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात