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प.बंगाल : परिवारद्वारा फिरौती न देने पर अपहृत हिन्दू छात्र अभिषेक चौबे की ३ धर्मांध युवकोंद्वारा हत्या

  • क्या मिडिया ने इस घटना को दिखाया ? चूंकि मरनेवाला हिन्दू अौर मारनेवाले शांतिप्रिय समुदाय के है, इसलिए देश में इस घटना को किसी मिडिया ने सामने ही नहीं आने दिया ।
  • बंगाल में भी हिन्दू अब असुरक्षित होते दिखार्इ दे रहा है ! ममता सरकार के तुष्टिकरण की नीति के चलते हिन्दुआें बंगाल का बांग्लादेश होने की राह पर है । यह स्थिती बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र की स्थापना यहीं एकमात्र विकल्प है । – सम्पादक, हिन्दूजागृति
  • उत्तरपाड़ा में हुगली नदी के किनारे से मिला छात्र का शव

  • गिरफ्तार आरोपितों ने शव की शिनाख्त की

बैरकपुर : १२ वीं कक्षा के एक हिन्दू छात्र की हत्या करने के बाद उसके परिजनों से फिरौती मांगने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम मुहम्मद सरफराज, मुहम्मद वकील और मुहम्मद जाहिद है। रविवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। मृत छात्र का नाम अभिषेक चौबे उर्फ प्रिंस (१७) है। शनिवार को उत्तरपाड़ा इलाके में गंगा नदी के किनारे से छात्र के शव को पुलिस ने बरामद किया है। शव के कपड़ों से छात्र की शिनाख्त की गई है। हत्या में शामिल आरोपितों ने शव की पहचान कर ली है। हालांकि मृतक की मां और जीजा ने मिले शव को अभिषेक का होने को लेकर संदेह व्यक्त किया है। उक्त घटना जगदल थाना के पूर्वास इलाके की है। इधर इस मामले में स्थानीय लोगों ने मृतक की जीजा की गतिविधियों पर संदेह व्यक्त किया है।

प्रिंस, स्थानीय स्कूल में १२ वीं कक्षा में पढता था। प्रिंस के परिजनों के अनुसार बीते २० जनवरी की शाम को वह ट्यूशन जाने के लिए घर से निकलने की तैयारी में था। उस दौरान उससे उम्र में अपने से बड़े उसके तीन मित्र, मुहम्मद सरफराज, मुहम्मद वकील और मुहम्मद जाहिद, मोटरबाइक लेकर घर के सामने आए। बाद में उन तीनों दोस्तों के साथ प्रिंस ट्यूशन के लिए निकल पड़ा। इसके बाद से ही उसका कोई सुराग नहीं है। काफी ढूंढने के बाद जब उसकी कोई जानकारी नहीं मिली , तो परिजनों ने स्थानीय थाने में प्रिंस की गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज करवाई। बता दें कि प्रिंस के जीजा दिल्ली में रहते हैं। वहां उनका हेल्थ व आर्ट क्लब है। वह आर्थिक रूप से संपन्न हैं।

परिजनों के अनुसार प्रिंस के लापता होने के बाद सरफराज ने उसके जीजा को फोन कर प्रिंस के अपहरण करने की जानकारी दी। उसने फोन पर प्रिंस को छोड़ने के एवज में १० लाख रुपये फिरौती मांगी। २९ जनवरी को दुबारा फिरौती की मांग की गई। अपहृताओं ने फिरौती की रकम को एक निश्चित स्थान पर भिजवाने की बात भी फोन पर की।

पुलिस के अनुसार, फिरौती की रकम मांगने के लिए आरोपितों ने मोबाइल फोन एप्प, व्हाट्सएप्प का भी इस्तेमाल किया। आरोपितों के पास से जब्त मोबाइल फोन के व्हाट्सएप्प की जांच में यह तथ्य सामने आया है। व्हाट्सएप्प के जरिए की गई चैट में फिरौती की रकम बढ़ाने, छात्र की हत्या करने की धमकी देने व उपयोग कर रहे मोबाइल फोन को नष्ट करने की धमकी देने से संबंधित तथ्य मिले हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपितों के मोबाइल फोन का लोकेशन ट्रैक कर उनके छिपे होने की ठिकाने की जानकारी लगी। इसके बाद आरोपितों तक पहुंच उनकी गिरफ्तार मुमकिन हो पाई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने प्रिंस की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है।

स्त्रोत : जागरण

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