मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष चतुर्थी, कलियुग वर्ष ५११६
दमिश्क : इस्लामी सत्ता की आड़ में इराक और सीरिया के अधिकतर इलाकों में अपनी मनमर्जी चलाने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ज्ञान को सिर्फ अल्लाह का अधिकार कहते हुए अब बच्चों की पढ़ाई मे भी दखल देना शुरू कर दिया है। आतंकियों ने पिछले सितम्बर में रसायनशास्त्र और भौतिकी की पढ़ाई पूरी तरह बंद करा दी थी और अब उसने गणित को भी दूर की कौड़ी बना दिया है। आईएस ने बच्चों को थोड़ा बहुत गणित सिखाने का आदेश दिया है। यहां तक कि बच्चे अब दो अंकों का गुणा भी नहीं कर सकते हैं।
एक माह का धार्मिक प्रशिक्षण कोर्स
आईएस ने कहा है कि सभी शिक्षकों को अब एक महीने का धार्मिक प्रशिक्षण कोर्स करना होगा ताकि वे गैरइस्लामिक पढ़ाई की जगह इस्लामी शिक्षा को तरजीह देते हुए उसे पढ़ा सकें। आईएस ने सीरिया के पूर्वी भाग में अपने कब्जे वाले डेर अलजोर प्रांत के सभी स्कूलों को बंद कर दिया है और पाठ्यक्रम में बदलाव करने तक स्कूलों में सिर्फ धार्मिक शिक्षा की पढ़ाई जारी रखने का आदेश दिया है।
कुछ स्थानीय लोगों ने स्कूल बंद किए जाने का विरोध किया है। इंटरनेट पर विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है, जिसमें १० साल से कम उम्र के लड़के-लड़कियां और कुछ महिला शिक्षक हमें स्कूल चाहिए के नारे लगा रहे हैं। इन लोगों को आईएस ने जल्द ही चुप करा दिया।
स्त्रोत : पत्रिका