पश्चिमी लोगों को शायद हिन्दुत्व समझ मे आ गया है, परंतु देश के सेक्युलर लोगो को केवल हिन्दू विरोध ही दिखता है । यह दुर्भाग्यपूर्ण है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया में हिन्दुत्व के सबसे तेजी से बढते धर्मों में से एक के तौर पर उभरने के साथ ही विक्टोरिया सरकार ने यहां श्री शिव विष्णु मंदिर के उन्नयन के लिए शुक्रवार (१६ फरवरी) को १६०,००० डॉलर की धनराशि देने की घोषणा की । कल्चर एंड हेरिटेज सेंटर को श्री शिव विष्णु मंदिर के तौर पर भी जाना जाता है । इसे वर्ष १९९४ में मंदिर का दर्जा दिया गया था । इसे दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बडा हिन्दू मंदिर भी माना जाता है । विक्टोरिया में बहुसंस्कृति मामलों के मंत्री रोबिन स्कॉट ने शुक्रवार (१६ फरवरी) को मंदिर की यात्रा करते हुए कहा कि सरकार हिन्दू सोसाइटी ऑफ विक्टोरिया को १६०,००० डॉलर से ज्यादा की धनराशि कल्चरल एंड हैरिटेज सेंटर के उन्नयन के लिए देगी ।
उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार समग्र समाज को बढावा देने के लिए उत्सुक है, जहां विक्टोरिया का हर नागरिक अपनी विरासत के दायरे में रहकर अपनी संस्कृति और परंपरा का संरक्षण कर सके तथा उसे साझा कर सके । लेबर पार्टी की सरकार की ओर से दिए गए कोष से सेंटर के वाहन मार्ग और प्रवेश द्वार का उन्न्यन किया जाएगा ।
स्कॉट ने कहा कि श्री शिव विष्णु मंदिर के उन्नयन से हमारे हिन्दू समुदाय को करुणा, निस्वार्थता, सद्भाव, सहिष्णुता और सम्मान के मूल्यों को स्थापित करने तथा साझा करने में मदद मिलेगी । वर्ष २०१६ की जनगणना के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में ४४०,००० हिन्दू रहते हैं और २००६ से हिन्दू जनसंख्या में १.९ प्रतिशत की बढोतरी हुई है ।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते रविवार (११ फरवरी) को वीडियो लिंकिंग के जरिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में पहले हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखी था । अबू धाबी में भारतीय मूल के तीस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं । मंदिर समिति के सदस्यों ने मंदिर से जुडा साहित्य प्रधानमंत्री मोदी को शनिवार (१० फरवरी) रात यहां पहुंचने पर दिया । प्रधानमंत्री यूएई की २०१५ की अपनी यात्रा के बाद दूसरी बार यहां आए हैं । दुबई-अबू धाबी राजमार्ग पर बनने वाला यह अबू धाबी का पहला पत्थर से निर्मित मंदिर होगा । अबू धाबी में प्रथम हिन्दू मंदिर ५५,००० वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा । भारतीय प्रधानमंत्री समुदाय के कार्यक्रम के दौरान मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साक्षी बनें ।
स्त्रोत : झी न्युज