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बांग्लादेश : धर्मांधों ने पहले मंदिर की ५ मूर्तियों की तोडफोड की फिर उसे आग के हवाले किया

  • कहां अपने प्रार्थनास्थल को गिराए जाने के विरुद्ध संगठित होनेवाले पूरे विश्‍व के अन्य पंथीय, तो कहां केवल इस्लामिक राष्ट्र बांग्लादेश एवं पाकिस्तान में हीं नहीं, अपितु भारत के हिन्दुआें के साथ किए जानेवाले अन्याय के विरुद्ध भी संगठित न होनवाले निद्रिस्त जन्महिन्दू !
  • पाकिस्तान तथा बांग्लादेश में रहनेवाले हिन्दुआेंपर निरंतर आघात किए जा रहे हैं; परंतु भारत सरकार इस विषय में एक शब्द भी नहीं बोलती, इसे ध्यान में लीजिए । पूरे विश्‍व के हिन्दुआें की रक्षा के लिए अब हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

ढाका : एक बार फिर से इस्लामिक देश बंगलादेश में नौखाली जिले के उत्तर महम्मदपुर गांव में धर्मांधों ने वहां के श्री कालीमाता मंदिर में स्थित ५ मूर्तियों की तोडफोड की और वहां के लकडी से बने मखर को आग लगाकर मंदिर भी जलाया । इससे मंदिर को बहुत बडी हानि पहुंची है । बांग्लादेश का हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन बांग्लादेश माईनॉरिटी वॉच के प्रमुख अधिवक्ता रवींद्र घोष ने यह जानकारी दी ।

अधिवक्ता रवींद्र घोष ने आगे कहा, ‘‘ यह मामला तब सामने आया जब नियमितरूप से मंदिर की स्वच्छता के लिए गईं श्रीमती लोनी बाला दास दूसरे दिन सुबह मंदिर पहुंची । जला हुआ मंदिर देख उन्होने शोर मचाया चिसके बाद परिसर के हिन्दू वहां इकट्ठा हुए ।

मंदिर में सेवा करनेवाले श्री. मोलोय बिश्‍वास ने इस प्रकरण में सेनबाग पुलिस थाने में परिवाद पंजीकृत किया । पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल का अवलोकन कर जांच आरंभ की । अभीतक किसी भी संदिग्ध को बंदी नहीं बनाया गया है । बांग्लादेश माईनॉरिटी वॉच को इस घटना की जानकारी मिलते ही अधिवक्ता घोष ने सेनबाग पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक से संपर्क किया । उन्होंने इन घटना का संज्ञान लिए जाने की जानकारी देकर घटना की जांच का आश्‍वासन दिया । इस घटना के कारण स्थानीय हिन्दू डरे हुए है ।

अधिवक्ता रवींद्र घोष द्वारा इस घटना के लिए उत्तरदायी अपराधियों को तुरंत बंदी बनाकर उनको कठोर दंड देने की मांग की और बांग्लादेश में हिन्दुआें के मंदिरोंपर आक्रमण की बढती घटनाआें के विषय में चिंता व्यक्त कर वहां के शासन से अल्पसंख्य हिन्दुआें के धार्मिक अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह किया ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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