रामनाथ (अलिबाग) : यहां २० फरवरी को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन का आयोजन किया गया था। उस समय ये मांगे की गई कि, ‘आतंकवादी कार्रवाईयों का प्रशिक्षण देनेवाले मदरसों पर प्रतिबंध लगाएं, भारतीय सेना पर पथराव कर उनका मनोबल खस्सीकरण करनेवाले देशद्रोहियों पर कडी कार्रवाई करें !’
इस आंदोलन में सनातन संस्था, विश्व हिन्दू परिषद, ब्राह्मण सेवा संघ, शिवसेना आदि संघटना साथ ही आदर्श मित्रमंडल के अध्यक्ष सम्मिलित हुए थे।
अधिवक्ता श्री. श्रीराम ठोसर, विश्व हिन्दू परिषद के प्रखंड मंत्री – न्याय के लिए अब सड़क पर उतर आने का समय आया है ! पांडवों की भांति सभी हिन्दूओं ने संघटित होकर कृती करनी चाहिए !
धर्माभिमानी श्री. गिरीश जोशी – यदि काश्मीर में उचित समय पर निर्णय अपनाया जाता, तो आज यह परिस्थिति नहीं होती ! किंतु समय अभी भी हाथ से नहीं छुटा है। अब भी आपत्ति का सामना नहीं किया गया, तो हमारा भविष्य अंधःकारमय होगा !
श्री. जांभळे गुरुजी, सनातन संस्था – जब धर्म के लिए सभी हिन्दू संघटित होकर त्याग करेंगे, उसी समय उनका जीवन सार्थक होगा !
राष्ट्रप्रेमियों की मांगों का ज्ञापन यहां के अतिरिक्त जिलाधिकारी श्री. भरत शितोळे को प्रस्तुत किया गया। उस समय अधिवक्ता श्री. श्रीराम ठोसर, श्री. देवदत्त जोगळेकर, ब्राह्मण सेवा संघ के श्री. आदित्य दातार, साथ ही धर्मप्रेमी श्री. प्रतीक पाटिल, शिवसेना विभाग प्रमुख वावे यहां के श्री. संदीप पाडेकर उपस्थित थे।
विशेष : श्री. देवदत्त जोगळेकर के पास वास्तुविशारद आनेवाले थे; किंतु श्री. जोगळेकर ने उनके आगमन के समय में परिवर्तन कर पूर्ण समय वे आंदोलन के लिए उपस्थित रहें !
क्षणिकाएं
१. धर्मप्रेमी श्री. आतिश शिंदे ने महाविद्यालय में प्रबोधन कर युवक एवं युवतियों को आंदोलन में उपस्थित रहने के लिए प्रवृत्त किया !
२. आदर्श मित्र मंडल के अध्यक्ष श्री. रवी आंबेकर को बाहरगांव जाना था; अपितु वे कुछ समय के लिए आंदोलन में उपस्थित रहें !
३. धर्मशिक्षा वर्ग के धर्मप्रेमियों ने ही आंदोलन की पूर्वसिद्धता की थी !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात