चेन्नई का सेंट जोसेफ वृद्धाश्रम . . . मौत का कुंवा !
चेन्नई : हाल ही में यहां के सेंट जोसेफ वृद्धाश्रम के अनाथ वृद्धों पर किए जानेवाले अत्याचारों के विरोध में श्री. आर.डी. प्रभु के नेतृत्व में ‘भारत हिन्दू मुन्नानी’ इस संघटन ने कांचीपुरम् में प्रदर्शन किया । उस समय यह मांग की गई कि, ‘सरकार ने इस प्रकरण के अपराधियों को कडा दंड देना चाहिए !’ इस आंदोलन में श्रीराम युवा सेना, भारत हिन्दू महासभा आदि संघटन सम्मिलित हुए थे ।
चेन्नई का सेंट जोसेफ वृद्धाश्रम लगभग १७ एकड भूमि में विस्तारित है । उसमें अनुमान से आधा एकड भूमि में शवागृह है । वृद्धाश्रम का प्रभारी फादर थॉमस यहां के अनाथ वृद्धों पर अमानवीय अत्याचार करते हैं ! थॉमस ने वृद्धाश्रम के सभी कर्मचारियों को घुंस देकर अपने पक्ष में किया है । ऐसा कहा जाता है कि, शवागृह के मृतदेहों के अवयव तथा हड्डियों की चोरी कर उसे विदेश में निर्यात किया जाता हैं ! सेंट जोसेफ वृद्धाश्रम की एक व्हॅन में दो वयोवृद्ध महिलाएं थी । उनकी सहायता की पुकार सुनकर पुलिस ने वह व्हॅन अपने अधिकार में ली । उस वाहन में पुलिस ने एक मृतदेह पाया था ! (ईसाईयों की क्रूरता देखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) तत्पश्चात यह प्रकार सामने आया था । किसी भी प्रसारमाध्यम ने यह समाचार प्रकाशित नहीं किया है । (इससे यह स्पष्ट होता है कि, कथित आरोपों से हिन्दुओं को आतंकवादी ठहरानेवाली हिन्दुद्वेषी प्रसारमाध्यमें ईसाईयों की ऐसी क्रूरता की ओर अनदेखा करती हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात