जकार्ता – हिंदुत्व की प्रसिद्धि और महानता का एक और नजारा देखने को मिला है इंडोनेशिया में। इंडोनेशिया में जावा सबसे बड़ा प्रदेश है, इंडोनेशिया के अधिकतर नागरिक जावा के ही रहने वाले है, इंडोनेशिया कई द्वीप समूहों से मिलकर बना है, वैसे तो इंडोनेशिया में राष्ट्रपति इत्यादि होते है, पर ब्रिटैन की तरह ही यहां भी राजपरिवार है ।
जावा की राजकुमारी कंजेंग राडेन ने इस्लाम को त्याग दिया है, और पूर्ण विधि विधान से करवाकर सनातन धर्म को स्वीकार किया है, कंजेंग राडेन ने अपनी शुद्धि सनातन धर्म के विधि विधानों से ही करवाई, और इसके बाद सनातन धर्म की दीक्षा ली और अब वो हिन्दू बन गर्इ हैं ।
कंजेंग राडेन का कहना है की, इंडोनेशिया का मूल धर्म सनातन धर्म ही है, और उन्होंने धर्मांतरण नहीं किया है, बल्कि वो अपने ही मूल धर्म में वापस आयी है, भारत में इसी प्रक्रिया को घर वापसी भी कहते है, ऐसे में हम कह सकते है की जावा की राजकुमारी कंजेंग राडेन ने घर वापसी ही है ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इससे पहले इंडोनेशिया के सर्वोच्च न्यायालय की जज ने सनातन धर्म स्वीकार किया है, इंडोनेशिया आज मुस्लिम बहुल देश है, पर पहले इंडोनेशिया इस्लामिक देश नहीं बल्कि एक हिन्दू देश ही था, और इसी कारण आज भी इंडोनेशिया में हिन्दू धर्म के प्रतिक हर जगह है, इंडोनेशिया के लोगों का भी ये मानना है की उनका धर्मांतरण हुआ है, पर पूर्वज उनके हिन्दू ही थे ।
स्त्रोत : इनाडू