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भोपाल हुआ शर्मसार : धर्मांध दानिश से तंग आकर आरती ने की आत्महत्या

भोपाल : आरती राय आत्महत्या कांड राजधानी में सुलग रहा है । लोग सवाल कर रहे हैं कि, क्या कानून और व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब हो सकती है कि गरीब परिवार की एक युवती तंग आकर आत्महत्या कर ले । क्यों दानिश के दिल में पुलिस का खौफ नहीं था । क्यों आत्महत्या के बाद भी पुलिस ने दानिश को हिरासत में नहीं लिया । आरती का अपनी मां से आखरी सवाल था ‘मां क्या लड़की होना कलंक हैं ?’ अब यह सवाल सारे शहर में गूंज रहा है । लोग सरकार से जवाब चाहते हैं ।

यह घटना राजधानी के गौतम नगर थाने के अंतर्गत छेडछाड से परेशान होकर १९ वर्ष की बीकॉम की सेकेंड ईयर की छात्रा आरती रॉय ने खुदकशी कर ली । अब इस मामले में नई बात निकलकर सामने आई है । मृत छात्रा की मां का आरोप है कि, आरोपी दानिश से छात्रा की दोस्ती उसकी सहेलियों ने जबरन कराई थी । मिलने से मना करने पर वे ही मिलने के लिए दबाव बनाती थीं । लडकी की मां ने यह भी आरोप लगाया कि बेटी के फांसी लगाने के पहले दानिश ने उस पर गाडी चढाकर उसे मारने का प्रयास किया था । उसके पैर पर चोटों के निशान भी थे । उसी से परेशान होकर उसने घर में आकर आत्महत्या की थी ।

जेपी नगर के रहने वाले २३ वर्ष के दानिश अली पिता शाहिद अली ऑटो ड्राइवर है । उसने ११वीं तक पढाई की है । पहले दानिश और लडकी एक ही विद्यालय में पढते थे । आरोपी दो वर्ष से उसके संपर्क में था । शनिवार दोपहर सहेलियों के कहने पर वह कॉलेज गई थी । यहां दानिश ने एक्सीडेंट करने का प्रयास किया । उसके पैर में चोटें भी आई थी ।

पिता ने आरोप लगाए कि, किसी से कुछ नहीं बोल पाने और दानिश की हरकतों का सामना नहीं कर पाने से दुखी होकर बेटी ने सुसाइड किया । आरोपी के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज हो ।

थाने में मिलते रहे परिवार के लोग

गौतम नगर पुलिस ने घटना की शिकायत मिलने के ३० घंटे बाद दानिश के विरोध में सुसाइड के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया । उसे लॉकअप में बंद करने के बजाय उसे कुर्सी पर बिठाकर रखा । इस दौरान उससे उसके परिवार के लोग आसानी से मिलते रहे ।

चचेरे भाई ने फेसबुक पर छेडी सजा दिलाने की मुहिम

लडकी के चचेरे भाई ने आरोपी दानिश को सजा दिलाने के लिए फेसबुक पर मुहिम छेड़ दी । लोगों ने दानिश पर अपना गुस्सा निकालते हुए उसे बीच चौराहे पर लटकाकर फांसी देने की मांग की है ।

पुलिस ने आरोपी दानिश को सोमवार दोपहर न्यायालय में पेश कर दिया । न्यायालय ने आरोपी को जेल भेज दिया । इस मामले में अधिकारी किसी भी तरह की जानकारी देने से बचते रहे । लडकी का मोबाइल फोन जब्त होने के बाद भी वे दानिश के विरुद्ध कोई भी सबूत नहीं होने की बात कहते रहे ।

परिवार के लोगों ने उन्हें मोबाइल फोन दूसरे ही दिन दे दिया था । इसके बाद भी एसआई इस बात को छिपाते रहे । पुलिस ने लडकी की सहेली के बयान दर्ज किए हैं । इसमें उसने कबूल किया है कि, लडकी की पहले दानिश से बात होती थी, परंतु कुछ दिनों से उससे उसकी बात नहीं हो रही थी । वह बात करने के लिए दबाव बना रहा था ।

परिवार के लोगों ने किया थाने का घेराव

आरोपी के विरुद्ध सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर परिजनों ने सोमवार शाम गौतम नगर थाने का घेराव किया । परिजनों और लोगों ने हाथों में मोमबत्ती लेकर एक मार्च भी निकाला । इसमें महिलाएं बडी संख्या में थी ।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर

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