काठमांडू (नेपाल) : हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने नेपाल के राष्ट्रीय प्रजातंत्र दल के अध्यक्ष तथा पूर्व उपप्रधानमंत्री श्री. कमल थापा से २२ मार्च को सदिच्छा भेंट ली। इस समय सद्गुरु (डॉ.) पिंगळेजी ने उन्हें नेपाल और भारत हिन्दू राष्ट्र बनें, साथ ही समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन संघटित हों, इसके लिए हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
नेपाल में बडी संख्या में हिन्दुओं का धर्मांतर हो रहा है – श्री. थापा
इस अवसर पर, एक समय हिन्दू राष्ट्र नेपाल को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने के लिए किस प्रकार से षडयंत्र रचा गया, इस संदर्भ में बताते हुए श्री. थापा ने कहा, ‘‘सबसे पहले ईसाईयोंद्वारा हिन्दू, बौद्ध तथा प्राकृतिक धर्म माननेवाले आदिवासियों में विभाजन किया गया, साथ ही उनपर बौद्धिक तथा शारीरिक आक्रमण भी किए गए। वर्ष १९५० में जहां २ डजन भी ईसाई नहीं थे, उस नेपाल में आज सैकडों चर्च बनाकर बडी संख्या में हिन्दुओं का धर्मांतर किया गया, जो आज भी चल रहा है !’’
नेपाल में हिन्दू धर्म के प्रति सम्मान की भावना को जगाना बडी चुनौती !
हिन्दुओं की अपने स्वधर्म के प्रति उदासीनता के संदर्भ में बोलते हुए श्री. थापा ने कहा, ‘‘नेपाल में हिन्दू धर्म के प्रति लोगों की संवेदनाएं अल्प हो रही हैं। यहां के युवकों को ऐसा लगता है कि यदि हम धर्म के संदर्भ में कुछ बोला, तो हमें प्रतिगामी माना जाएगा। आज नेपाल को समर्थ नेतृत्व नहीं है साथ ही जो हिन्दू राष्ट्र के लिए कार्य करते हैं, उनमें समन्वय नहीं है ! राजनीतिक दलों के कारण हिन्दुओं का विभाजन हुआ है। उसके कारण नेपाल में हिन्दू धर्म के प्रति आस्था तथा सम्मान की भावना को जगाना एक बडी चुनौती है !’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात