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हज यात्रा के लिए हवाई यात्रा किराए में दी गई छूट वापस लें ! – राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में की गई मांग

पुणे में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !

आंदोलन के पश्चात निवासी उपजिलाधिकारी श्री. विजयसिंह देशमुख को मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए धर्माभिमानी

पुणे : केंद्र सरकार ने १६ जनवरी को हज यात्रा पर अनुदान बंद किया, और केवल डेढ माह के अंदर ही अर्थात २७ फरवरी को हज यात्रियों के लिए हवाई यात्रा के किराए में १५ से ४५ प्रतिशत छूट घोषित कर मुसलमानों को खुश किया ! एक ओर ‘एयर इंडिया’ शासकीय विमान आस्थापन नुकसान में रहने से उसका निजीकरण करने का षडयंत्र रचाते समय दूसरी ओर हज यात्रा के नाम पर करोडो रुपयों की सुविधा देकर इस आस्थापन की आय डूबोई जा रही है, यह कैसी व्यवहारिता है ? हज अनुदान बंद किया ऐसा बता कर सुविधा के रूप में विमान यात्रा किराए में उतनी ही छूट देना हिन्दुओं की आंखों में धूल झोकने का ही एक प्रकार है !

एक ओर शासन अमरनाथ यात्रियों की संख्या नियंत्रित करती है तो दूसरी ओर पिछले ७० वर्षो में हज यात्रियों की संख्या १ लाख ७५ सहस्त्र २५ इतनी उच्चतम संख्या पर पहुंचाती है, जो एक विरोधाभास ही है !

इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले ने केंद्र सरकारद्वारा हज यात्रा के लिए हवाई यात्रा किराए में दी गई छूट त्वरित निरस्त करने की मांग की । यहां २१ मार्च को आयोजित राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में वे बोल रहे थे । इस अवसर पर ६० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे । आंदोलन की मांगों का ज्ञापन निवासी उपजिलाधिकारी श्री. विजयसिंह देशमुख को दिया गया ।

श्री सिद्धिविनायक मंदिर के अर्पणनिधि में भ्रष्टाचार करनेवाले भूतपूर्व न्यासियों पर आपराधिक (फौजदारी) अपराध प्रविष्ट करें ! – कु. क्रांति पेटकर

मुंबई में वर्ष २०१६ में की गई श्री सिद्धिविनायक मंदिर न्यास की जांच में कुछ अनियमित एवं चौंकानेवाली बातें सामने आर्इं हैं !

१.१.२०१५ से ३१.८.२०१६ की कालावधि में तत्कालीन न्यासियों ने जलयुक्त शिवार एवं वैद्यकीय उपकरण उपलब्ध करा देने के संदर्भ में सहायता करने हेतु अभ्यास यात्रा के नाम पर १२ लाख ९१ सहस्त्र २९१ रुपए व्यय किए । श्री सिद्धिविनायक मंदिर कानून न्यासियों को ऐसा व्यय करने की अनुमति ही नहीं देता । इसके लिए शासन की अनुमति लेनी पडती है । अतः न्यासियोंद्वारा अभ्यास यात्रा पर बिना अनुमति के किया गया व्यय नियमबाह्य सिद्ध होता है । यदि जलयुक्त शिवार के पैसे शासन को ही दिए गए हैं, तो क्या यात्रा करने की आवश्यकता थी ? जांच में ऐसे अनेक सूत्र पाए गए हैं, जो अति गंभीर हैं । इस प्रकरण में ईश्वरी धन को हडपनेवाले संबंधित न्यासियों पर धोखाधडी एवं घोटाले के अपराध प्रविष्ट करने चाहिए !

धर्मादाय रुग्णालयों पर नियंत्रण रखने हेतु तज्ञ एवं कार्यक्षम आधुनिक वैद्य की नियुक्ति करें

डॉ.तात्याराव लहाने की अध्यक्षता में नियुक्त समितिद्वारा पिछले ३ वर्षों में भ्रष्ट कामकाज करने के संदर्भ में भी आंदोलन में विरोध दर्शाया गया । इस अवसर पर धर्मादाय रुग्णालयों पर ध्यान रखने के लिए कार्यक्षम आधुनिक वैद्य की नियुक्ति करने की मांग भी की गई ।

भ्रष्टाचार करनेवालों को वैध मार्ग से सबक सिखाएं ! – अधिवक्ता श्री. नीलेश निढाळकर

मंदिरों में भक्त भक्तिभाव से धन अर्पित करते हैं । उसका भली-भांति विनियोग होना चाहिए; परंतु मंदिरोंके न्यासी सेवकभाव से आचरण नहीं करते । इसलिए अब भ्रष्टाचारियों को वैध मार्ग से सबक सिखाने का समय आ गया है !

हज यात्रा के लिए अनुदान तो हिन्दुओं की यात्राओं में कटौति, यह अन्यायपूर्ण है ! इन अन्यायकारी लोगों का स्थान कारागृह में है ! – अधिवक्ता श्री. मोहनराव डोंगरे

क्षणिकाएं

१. एक वृद्ध वारकरी भी आंदोलन में सहभागी हुए थे !

२. फेसबुक लाईव के माध्यम से आंदोलन का सीधा प्रक्षेपण किया गया !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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