मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
घाटी के चुनाव में एक के बार एक विवाद सामने आ रहे हैं। ताजा मामला है पीडीपी नेता पीर मंसूर के विवादित बयान का। एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीर ने लोगों से भाजपा को वोट न करने की अपील की है।
पीर का कहना है कि, लागों को ऐसी पार्टी को वोट नहीं करना चाहिए, जो रियासत को हिंदु मुख्यमंत्री के हाथों के सौंपना चाहती हो। अगर ऐसा होता है तो हिंदु मुख्यमंत्री कश्मीर के लिए अभिशाप से कम नहीं होगा।
‘बयान घाटी की अखंडता के लिए खतरा’
पीर मंसूर का बयान आते ही सियासी हलको में बवाल मच गया है। भाजपा ने इस बयान की निंदा करते हुए चुनाव आयोग से इसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि पीडीपी नेता ऐसे सांप्रदायिक बयान देकर घाटी के माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। भाजपा प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने कहा, हमने इस बारे में चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, इस तरह के बयान घाटी की अखंडता के लिए खतरा हैं।
‘मैंने इस तरह का कोई बयान अब तक नहीं सुना’ – पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती
इस बारे में जब पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से सवाल पूछा गया तो वह इससे कन्नी काटती नजर आईं। उन्होंने कहा, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि किसने इस तरह का बयान दिया है, न ही मैंने इस तरह का कोई बयान अब तक नहीं सुना है।
बता दें कि पीर मंसूर अनंतनाग की शांगुस सीट से विधायक हैं और आगामी चुनावों में भी इसी सीट से खड़े हो रहे हैं।
स्त्रोत : अमर उजाला