हिन्दू धर्म की महानता !
पूर्वजों के प्रति भारतीयों के सम्मान की परंपरा के विदेशी भी ज्ञात है और शायद यही कारण है कि, कई विदेशी धर्म नगरी गया में इस परंपरा को अपनाते हुए दिख जाते हैं ! इस परंपरा को निभाने के लिए रूस के नताशा सप्रबनोभआ, सरगे और एकत्रिना धर्मनगरी गया आकर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया !
इन लोगों ने ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर, फ्लगू के देवघाट, प्रेतशिला और रामशिला वेदी पर पिंडदान किया और पूर्वजों के लिए स्वर्गलोक की कामना की । इन लोगों ने विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना की ।
मीडिया से बात करते हुए इन लोगों ने कहा कि, सनातन धर्म के बारे में पढा था जिसमें पिंडदान को काफी महत्वपूर्ण माना गया है और इस परंपरा को भारतीय वेशभूषा में संपन्न करने के बाद उनकी आकांक्षा आज पूरी हो गयी है !
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इन तीनों के साथ हिन्दू धर्म के प्रचारक लोकनाथ गौड भी उपस्थित थे और इन्होंने ही यहां पिंडदान का श्राद्धकर्म करवाया और बाद में स्थानीय पंडाजी से आशीर्वाद दिलवाया ।
धार्मिक मान्यता के अनुसार गया में पिंडदान करने से मृत आत्मा को शांति और स्वर्ग की प्राप्ति होती है और इसको लेकर सालभर हिन्दू धर्मावलंबी यहां आकर पिंडदान और तर्पण करते हैं । पितृपक्ष के १५ दिन यहां लाखों की भीड होती है !
स्त्रोत: न्यूज 18