भारत से भी छोटा होने के बावजुद इस्लामबहूल बांग्लादेश में आरक्षण खत्म हो सकता है तो भारत जैसे प्रगत देश में वह क्यो नही हो सकता ? भारत में भी आरक्षण को समाप्त करने हेतु छात्र तथा बेरोजगार युवाआे ने वैध मार्ग से आवाज उठाना आवश्यक है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
बांग्लादेश में सरकार ने बडा कदम उठाते हुए नौकरियों में आरक्षण खत्म करने का निर्णय लिया है । बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को इसकी घोषणा की ! बता दें कि बांग्लादेश में बडी संख्या में छात्र, इस आरक्षण के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । ढाका में छात्रों की भीड ने बुधवार को कई प्रमुख सडकों को जाम कर दिया था, जिससे बांग्लादेश की राजधानी जाम से बुरी तरह से जुझ रही थी । हाल ही में ढाका यूनिवर्सिटी में सुरक्षा बलों और छात्रों के बीच झडप भी हुई । इस दौरान सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले और रबड बुलेट से प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने की कोशिश की थी, जिसमें करीब १०० छात्रों के घायल होने की खबर है ।
छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शनों के चलते ही बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने बुधवार को ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए नौकरियों में आरक्षण खत्म करने की घोषणा कर दी । अपने बयान में शेख हसीना ने संसद में कहा कि, क्योंकि छात्र नहीं चाहते, इसलिए कोटा सिस्टम खत्म किया जा रहा है । शेख हसीना ने कहा कि, छात्र अब काफी विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं और उन्हें अब घर वापस जाने दिया जाए । उल्लेखनीय है कि पिछले काफी दिनों से चल रहे बवाल के कारण बांग्लादेश में शिक्षण संस्थाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं । जहां कॉलेजों में कक्षाएं नहीं चल सकी, वहीं कई यूनिवर्सिटीज में परीक्षाएं भी स्थगित करनी पडी । हालांकि शेख हसीना ने अपने भाषण में यह भी कहा कि उनकी सरकार दिव्यांग और पिछडे वर्ग के लोगों के लिए नौकरियों में कुछ खास प्रावधान कर सकती है । बता दें कि छात्र सरकारी नौकरियों में पिछडे वर्ग, स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को, और महिलाओं को दिए जानेवाले आरक्षण का विरोध कर रहे थे । बीते रविवार से पूरे देश में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु हुए थे ।
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने ढाका यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के घर में तोड-फोड कर दी थी । अपने बयान में शेख हसीना ने कहा कि जिन लोगों ने वाइस चांसलर के घर में तोड-फोड की वह छात्र कहलाने लायक नहीं है और उनके खिलाफ कडी कारवाई की जाएगी । बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों की स्थिति यह थी कि कई सरकारी वेबसाइटों को प्रदर्शनकारी छात्रों ने हैक कर दिया और उनके होमपेज पर आरक्षण खत्म करने संबंधी बैनर लगा दिए थे ।
स्त्रोत : जनसत्ता