हिन्दू एलुची पेरावई की ओर से त्रिची (तमिलनाडू) में हिन्दू सम्मेलन
त्रिची (तमिलनाडू) : हिन्दू धर्म पर विविध प्रकार के आघात हो रहे हैं । हर तरफ हिन्दू धर्म की विटंबना हो रही है । इसलिए केवल प्रतिकार करना यही हिन्दू धर्म पर हो रहे आघातों को रोकने का एकमात्र उपाय है । श्री श्री श्री शेंदलंगरा जीर स्वामीगल ने यहां के हिन्दू सम्मेलन को संबोधित करते हुए ऐसा प्रतिपादित किया ।
त्रिची (तमिलनाडू) में विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं नेताओं में एकता एवं बंधुभाव विकसित करने हेतु यहां के हिन्दू एलुची पेरावई (हिन्दू जागृति संगठन) इस संगठन की ओर से पहली बार ही हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं हिन्दू धर्माभिमानी नेताओें का सम्मेलन आयोजित किया गया । इस सम्मेलन में विश्व हिन्दू परिषद की नेता साध्वी डॉ. प्राचीदीदी, साध्वी सरलादीदी, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के नेता श्री. चंद्रप्रकाश कौशिक, श्री. वीरेशकुमार त्यागी, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे एवं सनातन संस्था की पू. (श्रीमती) उमा रविचंद्रनजी इनकी प्रमुख उपस्थिति थी । श्री. पाला संतोषकुमार ने सम्मेलन का सूत्रसंचालन किया । सम्मेलन के अध्यक्ष श्री श्री श्री शेंदलगरा जीर स्वामीगल के हाथों दीपप्रज्वलन किया गया ।
इस सम्मेलन में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, तमिलनाडू शिवसेना, विवेकानंद सेवा समिति, रुद्र सेना, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक, तमिलनाडू मुथरयार संगम, तमिल मक्कल मुन्नेत्र कळघम्, थोटिया नयकर पेरावई, कोंगुनाडु इलेगनार पेरावई, तमिलनाडू कुरुंबर पेरावई, तमिलनाडी कुरंबुर इलेगनार संगम, इंटरनैशनल संबवार सोसाईटी, पद्मसालियार संगम, वेळ्ळालर मुनेत्र संगम, तमिलनाडू अनेथू पिल्लाईमर महासभा, तमिलनाडू रेड्डी नाला संगम, सेंगुथा मुदलियार संगम, अखिल भारतीय नदार मन्युअल पेरावई, तमिलनाडू नदार संगम आदि संगठनों के नेताओंसहित २६० से भी अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित थे ।
धर्म की ही विजय निश्चित ! – श्री. रमेश शिंदे
स्वयं को निधर्मी कहलानेवाली सरकार हज यात्रियों को अनुदान देती है, तो कुंभमेले पर कर लगाती है । रोहिंग्या मुसलमानों के कारण आज जम्मू-कश्मीर राज्य में भयावह स्थिति उत्पन्न हुई है । तमिलनाडू में हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं की हत्याएं की जा रही हैं । ऐसी स्थिति में हिन्दुत्वनिष्ठों का संगठित होना समय की मांग है । भगवद्गीता के वचन के अनुसार अंततः धर्म की विजय निश्चित है !
क्षणिकाएं
१. कार्यक्रम सफल होने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के श्री. रघुराम एवं श्री. उमापट्टी ने योगदान दिया !
२. भाजपा के तमिलनाडू प्रदेश उपाध्यक्ष श्री. बी.टी. अरसाकुमार ने सभागार का आरक्षण एवं भोजनव्यवस्था का दायित्व लिया !
३. गोवा के अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन की पार्श्वभूमि पर इस सम्मेलन के आयोजन का श्री. संतोषकुमार का प्रयास था !
४. केवल स्वयं के समाज के लिए सीमित कार्य करनेवाले अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं ने इसके आगे संगठित रूप से कार्य करने की सिद्धता दर्शाई !
५. इस अवसर पर श्री. रमेश शिंदे के भाषण से प्रभावित हिन्दुत्वनिष्ठों ने बताया कि श्री. शिंदे का मार्गदर्शन सुस्पष्टता एवं धारणाशक्ति से युक्त था !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात