कराची : पाकिस्तान के बलूचिस्तान सूबे में एक गिरजाघर के निकट चार अज्ञात बंदूकधारियों ने ईसाई समुदाय के दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके विरोध में ईसाई समुदाय के नेताओं ने प्रदर्शन किया । सूबे के पुलिस प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने बताया कि, ईसाइयों का एक समूह जब कल गिरजाघर से बाहर निकल रहा था, तभी पास की सडक से दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार बंदूकधारी वहां पहुंचे और उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं ।
उन्होंने बताया, ‘‘ दो लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी जबकि छह अन्य जख्मी हो गये । घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया ।’’ मृतक की पहचान अजहर मसीह और रोहेल मसीह के तौर पर हुई है । ये सभी एस्सा नगरी के रहने वाले थे, जहां ईसाई समुदाय की बडी जनसंख्या रहती है । इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने ली है ।
अंसारी ने कहा कि, ऐसा प्रतीत होता है कि हमले का उद्देश सूबे में तनाव और डर फैलाना था । उन्होंने कहा, ‘‘सूबे में इन आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान के चलते लोगों में तनाव और डर उत्पन्न करने के उद्देश से ये आतंकवादी सुरक्षा बलों और अब अल्पसंख्यकों को निशाना बना रहे हैं ।’’ ईसाई समुदाय ने सूबे की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए सरकार से क्वेटा में ईसाई समुदाय के सदस्यों के लिये सुरक्षा प्रदान कराने का अनुरोध किया ।
स्त्रोत : जनसत्ता