वर्धा में राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन !
वर्धा (महाराष्ट्र) : हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से यहां के विकास भवन के सामने संपन्न हुए राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन में समिति के श्री. हितेश निखार वक्तव्य कर रहे थे । अपने वक्तव्य में उन्होंने कुछ मांगे प्रस्तुत की वे इस प्रकार हैं . . .
‘शासन द्वारा अधिग्रहित किए गए मंदिर समितियों पर राजनीतिक नियंत्रण आने के कारण यहां भी भ्रष्टाचार की मात्रा अधिक हो रही है । शासकीय योजनाओं के लिए मंदिरों का निधी उपलब्ध कर देने का ही अर्थ भ्रष्टाचार के लिए नया मार्ग उपलब्ध कर देने के समान ही है । पहले ही शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार हो रहा है, उसी समय यह भ्रष्टाचार नहीं होगा एवं सामुहिक विवाह के नाम पर मंदिरों में अर्पित निधी का अपहार नहीं किया जाएगा, इसकी निश्चिती कौन देगा ? इससे पूर्व मंदिरों में अर्पित निधी में जिन्होंने लूट की है, उन पर कार्रवाई कब की जाएगी ? क्या इन प्रश्नों के उत्तर मुख्यमं महोदय हिन्दू समाज को देंगे ? ‘यदि शासन को धन देना है, तो वो अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों के लिए एवं धन प्राप्त करना है, तो वो हिन्दुओं के मंदिरों मेंसे’ ऐसा धोरण अत्यंत निषेधार्ह है ! साथ ही मंदिरों मेंअर्पित धन सामुहिक विवाहों पर नहीं, तो धर्मकार्य के लिए ही उपयोग करना चाहिए !’
साथ ही उस समय यह मांग भी की गई कि, ‘पाकिस्तान से आनेवाले निर्वासित हिन्दुओं की आवश्यकता पूर्ण कर उन्हें भारत का नागरिकत्व प्राप्त होने के लिए सहायता करें, निर्वासित हिन्दुओं को उनका पारपत्र समाप्त होने के पश्चात अथवा अन्य कारण से बलपूर्वक पाकिस्तान में न भेंजे !’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात