पुणे तथा चिंचवड में हिन्दूत्वनिष्ठों का राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
पुणे : हिन्दू जनजागृति समिति तथा समविचारी हिन्दूत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई स्मारक चौक, पुणे तथा चाफेकर चौक, चिंचवड में २२ अप्रैल को विभिन्न मांगो के लिए ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ का आयोजन किया गया था । इस समय प्रखर धर्माभिमानी अधिवक्ता मोहनराव डोंगरे ने उपस्थित लोगों को मार्गदर्शन करते हुए कहां कि,
‘यदि बाबासाहेब आंबेडकर के ‘थॉट्स ऑफ पाकिस्तान’ इस पुस्तक में उन्होंने यह बताया था कि, ‘धर्म के आधार पर विभाजन करना है, तो पाकिस्तान के अंतिम हिन्दु को भी भारत में लाए !’ हिन्दुओं की समस्याओं के संदर्भ में शासनकर्ता को कुछ भी लेनदेन नहीं है । ऐसे शासन को हिन्दू मतदान न करें । हिन्दुओं को संगठित होकर अपनी संगठन शक्ति का प्रदर्शन करना अनिवार्य हुआ है । विश्व के किसी भी स्थान पर यदि हिन्दुओं पर अन्याय हुआ, तो हम उनका साथ अवश्य देंगे ।’
लिंगायत समाज को स्वतंत्र धर्म का स्तर देने का निर्णय त्वरित रोके । पाक के निर्वासित हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन रोकने हेतु भारत का नागरिकत्व दीजिए, मंदिरों में अर्पण किया गया धन सामुदायिक विवाह समारोह पर व्यय करने का निर्णय निरस्त करें, कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर में महिला पुजारी की नियुक्ती कर सहस्त्रों वर्षों की परंपरा तोडने का निर्णय निरस्त करें, इन प्रमुख मांगो के लिए यह आंदोलन आयोजित किया गया था ।
पुणे तथा चिंचवह में अनुक्रम से ६० तथा ५० हिन्दूत्वनिष्ठ उपस्थित थे । आंदोलन स्थल पर जनपदाधिकारियों को प्रस्तुत किए गए मांगों के निवेदन पर हस्ताक्षर अभियान भी आयोजित किया गया । इस अभियान को समाज द्वारा अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात