नांदगाव पेठ (अमरावती) : यहां २२ अप्रैल को पहली ही बार राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन आयोजित किया गया। आंदोलन में हिन्दू जनजागृति समिति के जिला समन्वयक श्री. नीलेश टवलारे ने संबोधित किया।
श्री शिवप्रतिष्ठान, हिन्दुस्थान के श्री. अभिषेक दीक्षित ने कहा कि, ‘‘भाजपा विधायक श्री. टी. राजासिंह भी यहां सभा के लिए आये हुए थे। उनका हिन्दुत्व तो हम ने देखा ही हैं। ऐसा होते हुए भी यदि उन पर प्राणघातक आक्रमण हो रहे हैं अथवा उन्हें कोई धमकी दे रहा है, तो उनकी सुरक्षा का दायित्व किसका होगा ?’’
वैध मार्ग से राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन करते हुए भी अनुमती पत्र देने के लिए टालमटोल करनेवाली पुलिस !
क्या अन्य धर्मियों के संदर्भ में भी पुलिस ऐसा साहस कर सकती है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
नांदगाव पेठ पुलिस निरीक्षकों ने पहले आंदोलन की अनुमती अस्वीकृत कर पूछा कि, ‘यहां आंदोलन करने की क्या आवश्यकता है ?’ समिति के कार्यकर्ताओं ने अनुमती अस्वीकृत करने का कारण पूछने के पश्चात उन्होंने उत्तर देने की अपेक्षा यह बताया कि, ‘ठीक है, अनुमती देंगे; किंतु ध्वनिक्षेपक यंत्रणा का उपयोग न करें !’ आंदोलन का समय सायंकाल ५ से ७ था; अपितु सायंकाल ६.३० तक अनुमती पत्र कार्यकर्ताओं को नहीं दिया गया एवं कहा गया कि, ‘‘आंदोलन आरंभ करें !’ किंतु कार्यकर्ताओं ने ‘अनुमती पत्र लिखीत स्वरूप में प्राप्त होने तक हम आंदोलन नहीं कर सकते’ ऐसा दृढता से बताने के पश्चात सायंकाल में पुलिस ने अनुमती पत्र दिया। अतः केवल ४५ मिनटों तक ही आंदोलन करना संभव हुआ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात