झारखंड में पाकुड-पश्चिम बंगाल से भागकर आए ७० उम्मीदवारों ने पाकुड में शरण ले लिया है । दरअसल, इन उम्मीदवारों की जान पर आफत आ चुकी है । टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) और पुलिस के अत्याचार से तंग आकर वे पाकुड आ गए हैं । सभी भाजपा के समर्थक हैं ।
आपको बता दें कि, पाकुड में पश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लडने वाले ७० उम्मीदवार पाकुड आ गए हैं । पाकुड नगर के अलावा पश्चिम बंगाल से सटे मुरारोई, रामपुरहाट, जंगीपुर के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लडने वाले सैकडों उम्मीदवारों ने झारखंड के पाकुड जिला के विभिन्न प्रखंडों में शरण ले लिया है । सभी उम्मीदवारों के भाजपा समर्थक होने के कारण भाजपा कार्यालय में शरण लिया है ।
नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी के सुरक्षित रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की है । वहीं इस दौरान बंगाल से भागे हुए उम्मीदवारों ने अपना अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि टीएमसी के कार्यकर्ता उनसे काफी मारपीट करते हैं । यहां तक कि जान से मारने की भी धमकी उन्हें दी जाती है और तो और घर से बच्चों को अपहरण कर लिए जाने की बात कही जाती है ।
घर की महिलाओं और बच्चे कोई भी घर में सुरक्षित नहीं था । महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घटना को अंजाम देने की भी धमकी मिलती थी । वहीं मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने भाजपा समर्थकों से कहा कि वे घर छोडकर भाग जाएं, नहीं तो किसी भी मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल भेज दिया जाएगा ।
टीएमसी पार्टी को छोडकर सभी दूसरे दल के समर्थक खास कर भाजपा कार्यकर्ताओं को जो निकाय चुनाव लड रहे हैं, उन्हें नाम वापस लेने की धमकी देते हुए दबाव बनाया जा रहा है । भागे हुए उम्मीदवरों ने बताया कि टीएमसी और बंगाल पुलिस ने मिलकर कई लोगों को नॉमिनेशन नहीं करने दिया है । जिसने भी नॉमिनेशन किया है उस पर नाम वापस लेने की धमकी लगातार दे रहे हैं ।
उम्मीदवारों का कहना है कि पश्चिम बंगाल में ममता दीदी के गुंडों राज चल रहा है । पश्चिम बंगाल से लोकतंत्र पूरी तरह समाप्त हो गया है । उम्मीदवरों के छोटे छोटे बच्चों में दहशत उत्पन्न हो गई है । गांव के बाहर और उम्मीदवारों के घर के सामने बमबारी की जा रही है । इसलिए वे अपने परिवार के साथ भागकर पाकुड आ गए हैं ।
स्त्रोत : न्युज १८