ऐरोली में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन !
ऐरोली : वर्तमान में पहले कभी प्रतीत न हुई हो, इतनी हिन्दू एकता की आवश्यकता है । ऐसे में कांग्रेस पक्ष कर्नाटक के चुनाव में सफल होने के लिए शिवपूजक लिंगायत समाज को अलग धर्म का स्तर प्रदान कर हिन्दू धर्म में दरार निर्माण कर रहा है ! हिन्दुओं को चाहिए कि वे ऐसे स्वार्थी पक्ष को चुनाव के माध्यम से उसका स्थान दिखा दें ! हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. रमेश सनिल ने यहां के आंदोलन में ऐसे संतप्त उद्गार कहे ।
इस आंदोलन में श्री शिवप्रतिष्ठान, हिन्दूस्थान, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, योग वेदांत सेवा समिति के कार्यकर्ता तथा नरेंद्र महाराज के एक भक्त उपस्थित थे । एक शिक्षिका ने भी आंदोलन में उपस्थित रह कर समिति की प्रशंसा की !
पुलिसकर्मियों की अकार्यक्षमता !
आंदोलन के उपरांत २ शराबी वहां कोलाहल मचा रहे थे । उन्होंने अपनी ओर १५-२० लोगों को आकर्षित किया । वे शराबी बीच में ही असिफा प्रकरण, मोदी एवं संघ के विषय में अपशब्द कह कर अप्रत्यक्ष रूप से आंदोलन का विरोध कर रहे थे । आंदोलन के विरोध में बाजू में ही यह घटना हो रही थी; परंतु अंत तक पुलिस ने कोई निश्चित भूमिका नहीं अपनाई ! वे दोनों विरोधी एवं पुलिस आंदोलन का चित्रीकरण करने में ही व्यस्त थे !
विरोधियों का विरोध बढ रहा है, यह ध्यान में आते ही पुलिस ने जीप मंगवा कर भीड को हटाया । सायं ६.३० बजे तनावपूर्ण वातावरण में आंदोलन समाप्त करना पडा । इस समय सभी कार्यकर्ता भगवान श्रीकृष्ण को भावपूर्ण प्रार्थना कर रहे थे । सभी को ऐसा प्रतीत हुआ की इस अवसर पर श्रीकृष्ण ने ही सहायता की !
‘उपकार’ की भाषा प्रयुक्त करनेवाली पुलिस !
कार्यकर्ताओं ने एक उच्च पुलिस अधिकारी को ‘शराबी मार्ग में कोलाहल मचाते समय कम-से-कम उन्हें टोका क्यों नहीं ?’, ऐसा पूछने पर निरुत्तर होकर उन्होंने कहा कि अब आप बस भी करें । हमने आपको भी समय दिया है ना ! अब आप भी आप का आंदोलन रोकें, हम शराबियों को भी हटाते हैं !’’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात