पानीपत/बापौली : सहेली के जरिए १३ वर्षीय छात्रा को बुलवाकर ३ युवकों ने उसपर सामुहिक बलात्कार किया । पीडिता को लेकर पिता सिविल अस्पताल में पहुंचे तो डॉक्टर ने मेडिकल करने से मना कर दिया । पुलिस समझौते के लिए पीडिता के परिवार को धकमाती रही । १२ घंटे बाद विधायक रविन्द्र मच्छरौली ने हस्तक्षेप किया, तब केस दर्ज हुआ । आरोपी फरार हैं । मेडिकल के बाद रविवार को पीडिता का १६४ के तहत बयान दर्ज कराया गया है । पीडिता के पिता ने बताया कि, शनिवार सुबह १० बजे पडोसी की १५ वर्षीय लडकी आई । उसने कहा कि मां को खेत में खाना देने के लिए जाना है, वह बेटी को साथ ले गई । स्कूल के पास खेत में जुनेद, साबीर व कलीम खडे थे । लडकी ने बेटी को तीनों के हवाले कर दिया और वह भाग गई । तीनों ने बेटी के साथ बलात्कार किया । लगभग ११.४५ बजे पीडिता ने घर जाकर आपबीती सुनाई ।
एएसआई ने कहा, १० लाख में समझौता कर लो
बेटी को सिविल अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने मेडिकल नहीं किया । बोले कि, पुलिस को शिकायत दो । महिला थाने पहुंचे । वहां दूसरा पक्ष भी आ गया । वह राजीनामे के लिए दबाव बनाता रहा । रात ९ बजे एएसआई ने साढे पांच लाख रुपए में समझौता करने के लिए कहा । सुबह से ही भूखे-प्यासे थे । दूसरा पक्ष थाने में ही बना था । इसलिए केस दर्ज नहीं हो रहा था । रात १२ बजे पुलिसकर्मी धमकाने लगे । फिर विधायक को फोन किया तब १२.३० बजे केस दर्ज किया । सुबह ४ बजे मेडिकल कराया । वहां भी एएसआई ने फिर से १० लाख में समझौता का दबाव बनाया ।
‘जिस पुलिसकर्मी ने मामला दबाने का प्रयास किया है, उसकी जांच करवाई जाएगी ।’ – रविंद्र मच्छरौली, ग्रामीण विधायक
समझौते का प्रयास करने और केस देरी से दर्ज करने के सारे आरोप निराधार हैं । हमने तत्काल कार्रवाई की ।’ – मीना कुमारी, एसएचओ
अगर पुलिस साथ में नहीं भी थी तो भी पीडिता का मेडिकल करना चाहिए था । आरोपों की जांच की जाएगी ।’ – सुखबीर सिंह, सिविल सर्जन
स्त्रोत : दैनिक भास्कर