बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ होनेवाले अन्याय को रोकने के लिए भारत का एक भी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन कुछ नहीं करता, इसे ध्यान में लें !
ढाका : बांग्लादेश के खुलना जिले के दुलटपुर पुलिस थाने के कार्यक्षेत्र में स्थित चंद्र ज्वेलरी के मालिक श्री. नीतीचंद्र दत्ता ने अब्दुल हकीम हवालदार के मुल्ला शॉपिंग केंद्र में आभूषणों की दुकान खरीदकर वहां अपना व्यवसाय आरंभ किया था।
कुछ दिन पश्चात सोने की बिक्री से संबंधित उधार रही २५ लाख टका (बांग्लादेशी चलन) की धनराशि का भुगतान करने में समस्या आने से श्री. नीतिचंद्र ने अजीज नामक व्यक्ति से ८ लाख टका कर्ज लिया; परंतु बाजार समिति की सदस्यों ने श्री. नीतिचंद्र दत्ता द्वारा को शेख अजीज को १५ लाख टका ऋण का भुगतान करना शेष है, इस आशय के झूठे कागदपत्र बनाए । श्री. नीतिचंद्र दत्ता द्वारा इतनी बडी धनराशि का भुगतान करना अस्वीकार किए जाने से शेख अजीत, शेख अस्लम एवं शेख कम्रुजमन ने चंद्र ज्वेलरी नामक दुकान में स्थित आभूषणों पर अधिकार कर लिया एवं उन्हें दुकान से बाहर निकाल दिया । श्री. नीतिचंद्र दत्ता जब इस प्रकरण का परिवाद प्रविष्ट करने पुलिस थाने पहुंचे, तब पुलिसकर्मियों ने उनके साथ उनकी कुछ भी सुने बिना ही अकारण मारपीट की !
१. बांग्लादेश के हिन्दुओं के न्यायिक अधिकारों के लिए संघर्ष करनेवाले बांग्लादेश माईनॉरिटी वॉच के अध्यक्ष श्री. रवींद्र घोष ने घटनास्थल का अवलोकन कर संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की; परंतु उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया ।
२. पुलिस प्रशासन द्वारा कुछ आरोपियों को बंदी बनाने के पश्चात न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी । अब ये आरोपी स्थानीय सांसद के संपर्क में हैं आैर वे इस पीडित दुकानदार पर दबाव डाल रहे हैं !
३. बांग्लादेश माईनॉरिटी वॉच की ओर ने इस घटना की निंदा की है आैर झूठे कागदपत्र बनाना एवं श्री. नीतिचंद्र दत्ता को उनके दुकान से अवैध रूप से बाहर निकाल देने के आरोप में संबंधित आरोपियों के विरोध में कठोर कार्रवाई की मांग की है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात