चिदंबरम जैसे एक-दो मंत्री और होते तो हट सकता था सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम : उमर अब्दुल्ला

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६

गांदरबल (जम्मू-कश्मीर)  – जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला के मुताबिक सुरक्षा पर कैबिनेट की समिति में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम जैसे एक-दो मंत्री और होते तो राज्य से विवादित कानून सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) हट सकता था। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि AFSPA के मुद्दे पर कांग्रेस, पीडीपी ने उनकी सरकार का साथ नहीं दिया था।

चिदंबरम ने शुक्रवार को ही अपनी पार्टी के स्टैंड के उलट कहा था कि एक आधुनिक और सभ्य देश में AFSPA जैसे आपत्तिजनक कानून की कोई जगह नहीं है। इसका सिद्धांत है न आरोपी पक्ष को बचाव का मौका देना और न किसी की इजाजत लेना। हकीकत में, ये सशस्त्र सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को बगैर किसी दंड के डर से कार्रवाई की इजाजत देता है।

चिदंबरम के इस बयान के अगले दिन शनिवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और विपक्ष पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (पीडीपी) पर आरोप लगाया कि विवादित सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम हटाने के मामले में उनका समर्थन नहीं किया।

उन्होंने कहा कि पीडीपी ने उनका समर्थन नहीं किया, क्योंकि विपक्षी दल ने इसमें राजनीति देखी और सोचा कि इसका श्रेय नैशनल कॉन्फ्रेंस को मिल जाएगा। गांदरबल में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इसमें दो राय नहीं है (कांग्रेस मेरा समर्थन कर सकती थी लेकिन उसने नहीं किया) हालांकि मैं यह नहीं कह सकता कि कांग्रेस मेरे साथ नहीं थी, क्योंकि जिस प्रकार से तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने मेरा साथ दिया, किसी और ने नहीं दिया।’

उन्होंने कहा, ‘काश सुरक्षा पर कैबिनेट की समिति में चिदंबरम जैसे एक-दो और मंत्री होते, तो आज हम AFSPA हटाने की राह पर काफी आगे बढ़ चुके होते। नैशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष के कहा कि एक ओर जहां चिदंबरम अपने कैबिनेट सहकर्मियों को राजी करने में असफल रहे वहीं मुख्यमंत्री प्रदेश में कांग्रेस के अपने मंत्रियों को समझा नहीं सके।

उमर ने कहा, ‘जब मैंने AFSPA हटाने की बात कही तो पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि आप ऐसा नहीं कर सकते हैं और इसके लिए (सशस्त्र) बलों की राय लेनी होगी। वे (पीडीपी) आज जो भी कहना चाहते हैं, उन्हें कहने दीजिए, लेकिन उन्होंने तब हमारा साथ नहीं दिया था।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना सर्वोत्तम प्रयास किया लेकिन अपना यह लक्ष्य नहीं पा सके।

स्त्राेत : नवभारत टाइम्स

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