पूजास्थल पर लगा लाउडस्पीकर हटाकर प्रशासन ने किया साैतेला व्यवहार !
जब बिजनौर की मस्जिद में लाउडस्पीकर पूरे साल बज सकता है तो, हिंदुओं के मात्र एक मंदिर में लाउडस्पीकर लगाने में क्या समस्या है ? क्या अब हिन्दू हिंदुस्थान में ही पलायन करेगा ? माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी, इस विषय को संज्ञान में लें, एेसी हिन्दुआेंकी अपेक्षा है ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक गांव से कुछ हिन्दू परिवारों के पलायन करने का मामला सामने आया है । दरअसल पुलिस ने पूजा स्थल से लाउडस्पीकर हटा लिए हैं और घर छोडने वाले हिन्दू परिवार इसे दोगला व्यवहार बता रहे है ।
बिजनौर के गारवपुर गांव से ग्रामीण बैलगाडियों और ट्रैक्टर से कई घरों का सामान गांव से बाहर ले जा रहे हैं । घरों की दीवारों पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिख दिया गया है । गांव छोड़ने वाले लोग कह रहे हैं कि वे अब यहां से पलायन कर रहे हैं । उनका आरोप है कि एक हिन्दू पूजा स्थल से प्रशासन ने लाउडस्पीकर हटा लिया है और उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ।
बता दें कि गारवपुर गांव की जनसंख्या लगभग ४ हजार है, जिसमें हिन्दुओं की तादाद केवल ५०० और मुसलमान ३,५०० हैं । पलायन करने वाले लोगों का कहना है कि, पुलिस ने ६ दिन पहले मंदिर से लाउडस्पीकर उतरवाने में एकपक्षीय कार्रवाई की । नाराजगी में इन्होंने अपने घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए हैं ।
गांव से पलायन करने वाले परिवारों का यहां तक कहना है कि सबकुछ पुलिस और प्रशासन की जानकारी में हो रहा है और जिले के पुलिस कप्तान नियमों का हवाला दे रहे हैं । बिजनौर एसपी उमेश कुमार सिंह ने कहा कि सबकुछ नियमों के तहत हुआ है ।
मामले के तूल पकडने पर पुलिस के अधिकारियों ने इन लोगों को ८ तारीख तक विवाद सुलझाने का समय दिया था, परंतु नाराज परिवारों का आरोप है कि पुलिस ने विवाद सुलझाने में कोई दिलचस्पी नहीं ली । हालांकि पुलिस ने इसे कुछ लोगों की साजिश बताया है ।
स्त्राेत : आज तक
खुले आसमान के नीचे जंगल में रह रहे पलायन करने वाले परिवार
गांव गारवपुर में पूजास्थल पर लगा लाउडस्पीकर उतारने को लेकर चल रहे विवाद में मंगलवार को पलायन करने वाले तीनों परिवार गांव मसूरी के जंगल में खुले आसमान के नीचे डेरा डाले हुए हैं ।
इनमें से घर की महिलाओं बच्चों सहित एक परिवार पंजाब चला गया है । थानाध्यक्ष कोतवाली देहात ने बुधवार की शाम मसूरी के जंगल में पहुंचकर इन लोगों से बातचीत की ।गौरतलब है, कि गारवपुर में चल रहे लाउडस्पीकर विवाद में लगभग ३५ परिवारों ने अपने घरों पर मकान बिकाऊ है लिखवाकर पलायन की चेतावनी दी थी । मंगलवार को गांव के मानसिंह, भोगेंद्र, अजय पाल के तीन परिवारों ने पलायन कर दिया था ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पलायन करने के बाद ये लोग मसूरी के जंगल में बोरियों टाट आदि से तैयार तंबुओं में खुले आसमान के नीचे समय गुजार रहे हैं । बुधवार को इनमें से भोगेंद्र अपनी पत्नी और तीनों बच्चों को लेकर वहां से भी पंजाब के लिए पलायन कर गया । सूत्रों का कहना है कि, गुरुवार तक अगर कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो और परिवार भी पलायन करने की तैयारी में है । गांव में पलायन कर मसूरी के जंगल में तंबू डाल कर रह रहे तीनों परिवारों से थानाध्यक्ष पंकज तोमर बुधवार की शाम वार्ता करने के लिए जंगल में पहुंचे, परंतु इन लोगों ने बिना कोई निष्कर्ष निकले गांव वापस जाने के लिए मना कर दिया । गांव में एहतियात के तौर पर अभी भी पुलिस बल तैनात है ।
स्त्राेत : हिन्दुस्तान टाइम्स