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पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के लिए लडनेवाले मानवाधिकारवाले अब कहां है ?
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आखिर कितने समय तक हिन्दू पाकिस्तान के अधिकारियों द्वारा इस तरह के अपमान को सहन करेंगे ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
स्वतंत्रता के बाद से ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यक जनसंख्या की सुरक्षा महत्वपूर्ण मुद्दा रही है । दशकों बाद भी इस देश में अल्पसंख्यकों की हालात में कोई सुधार नहीं आया । एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में लगातार अल्पसंख्यकों की जनसंख्या घटती जा रही है । यहां दूसरे धर्मों के लोगों को अपने रीति रिवाजों से चलने पर कट्टरपंथीयाें के विरोध का सामना करना पडता रहा है । अब पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ दुर्व्यवहार का नया मामला सामने आया हैं । यहा एक हिन्दू व्यापारी का जबरदस्ती सिर, मूंछ और भौंहें मुंडवां दी गई । यह मामला पाकिस्तान में सिंध प्रांत के शिकारपुर का है ।
Shikarpur Police shaved off head, moustache and eyebrows of #Hindu trader Chunilal for lending money on interest to his customers. The shameless policeman proudly did this just to humiliate and disgrace a vulnerable Hindu minority member. Is there any rule of law?@BBhuttoZardari pic.twitter.com/Z4rObBxlih
— Kapil Dev (@kdsindhi) May 9, 2018
पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ता और ब्लॉगर कपिल देव ने अपने ट्वीट में दावा किया है कि, शिकारपुर पुलिस ने कथित तौर पर एक हिन्दू शख्स से बदसलूकी है । रिपोर्ट के अनुसार शिकारपुर पुलिस ने हिन्दू व्यापारी चुन्नीलाल का सिर मुंडवा दिया । उनकी मूंछें छील दी गईं । भौहें काट दी गईं । चुन्नीलाल पर आरोप लगाया गया कि वो ब्याज पर उधार पैसे देते थे । कपिल देव ने ट्वीट में आगे लिखा कि निर्दयी पुलिसकर्मी ने एक कमजोर हिन्दू अल्पसंख्यक को अपमानित करने के लिए यह सब किया । क्या कानून ने कोई नियम बनाया है ? गौरतलब है कि, पाकिस्तान में हिन्दूअाें के खिलाफ अपराध की खबरें आना आम बात है ।
एक रिपोर्ट के अनुसार, १९४७ में अंग्रेजों से स्वतंत्रता के बाद जब धर्म के नाम दो देश बने तो मुस्लिम देश पाकिस्तान से लाखों की तादाद में हिन्दुओं को पलायन करने को मजबूर होना पडा । एक अमेरिकी रिसर्च कंपनी के अनुसार १४ अगस्त के पाकिस्तान की स्वतंत्रता के बाद लगभग पचास लाख लोगों ने पश्चिमी पाकिस्तान से भारत के लिए पलायन किया । इनमें हिन्दुओं के अलावा सिखों की भी अच्छी जनसंख्या थी । रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, दो देशों की लकीर खिंचने के बाद पचास लाख से ज्यादा मुस्लिम पश्चिमी पाकिस्तान में पहुंचे थे । साल १९९८ में आई एक रिपोर्ट में पाकिस्तान में हिन्दुओं की जनसंख्या २५ लाख के करीब बताई गई । इसमें हिन्दुओं की सबसे अधिक संख्या सिंध प्रांत में बताई गई ।
स्त्राेत : जनसत्ता