मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
१. दीपावलीमें पटाखोंके सन्दर्भमें निवेदन देना
दीपावलीके निमित्त पटाखोंपर रेखांकित छायाचित्रोंद्वारा होनेवाला देवी-देवता एवं राष्ट्रपुरुषोंका अनादर रोकने हेतु झुंझुनू, राजस्थानके अपर जनपदाधिकारी श्री. सुरेंद्र महेश्वरीको निवेदन दिया गया ।
२. हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित उपक्रम
२ अ. धर्माभिमानियोंके लिए आयोजित बैठकमें पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेद्वारा मार्गदर्शन
१. झुंझुनू, राजस्थानके श्री गोपाल गोशालामें २९.१०.२०१४ को गोरक्षककोंके लिए एक बैठक आयोजित की गई । इस बैठकमें ४० धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे ।
२. गुढागोडजी, राजस्थानके ‘श्री गोपीनाथ गोशाला’में ३०.१०.२०१४ को गोरक्षकोंके लिए एक बैठक आयोजित की गई । योग वेदांत सेवा समिति एवं श्री गोपीनाथ गोशालाके २० धर्माभिमानी इसमें सम्मिलित हुए ।
इस बैठकमें हिन्दू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय मार्गदर्शक, पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेने ‘हिन्दू धर्मपर होनेवाले आक्रमण एवं इसके लिए सक्रिय तथा संगठित होनेकी आवश्यकता,’ इस विषयपर विचार प्रस्तुत किए ।
२ आ. नवलगढके विश्वविद्यालयमें व्याख्यानका आयोजन
नवलगढमें ‘मनु ऑक्स्फोर्ड एज्युकेशनल हब’ विश्वविद्यालयमें २९.१०.२०१४ को ‘धर्माचरणका महत्त्व एवं हिन्दू धर्मकी वर्तमान स्थिति’ इस विषयपर समितिके राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेने व्याख्यान दिया । इस कार्यक्रममें लगभग १२० विद्यार्थियोंका सहभाग था ।
२ इ. धर्मशिक्षाका महत्त्व बतानेवाले बालसंस्कार वर्गमें लडकोंका सक्रिय सहभाग
झुंझुनू, राजस्थानके श्री चावोदादी विद्याकुंज विद्यालयमें ३०.१०.२०१४ को विद्यार्थियोंको धर्मशिक्षा देनेके हेतु बालसंस्कार वर्गका आयोजन किया गया । इसका लाभ ३०० विद्यार्थियोंने लिया । इस कार्यक्रममें पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे उपाqस्थत थे । उन्होंने विद्यार्थियोंसे गपशप करते हुए धर्मशिक्षाका महत्त्व बताया । बच्चोंने अत्यन्त उत्साहके साथ पू. (डॉ.) पिंगळेद्वारा पूछे गए प्रश्नोंके उत्तर दिए एवं कार्यक्रममें सक्रिय सहभाग लिया ।
२ ई. ग्रन्थ आदि देकर परम शक्तिपीठकी साध्वी ऋतम्भरा का सम्मान
परम शक्तिपीठ साध्वी ऋतम्भरा गोपाष्टमीके अवसरपर अर्थात ३१.१०.२०१४ को गायके पूजन हेतु झुंझुनू, राजस्थानके श्री गोपाल गोशालामें आई थीं । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समितिकी कु.पूनम चौधरीने मासिक सनातन प्रभात, सनातन पंचांग एवं ‘हिन्दू राष्ट्र क्यों आवश्यक है ?’ ग्रन्थ भेंट देकर उनका सम्मान किया ।
३. धर्मप्रसार कार्यमें धर्माभिमानियोंका अनुकरणीय सहभाग
३ अ. झुंझुनू
१. धर्माभिमानी श्री. उमेश खेतानने श्री चावोदादी विद्याकुंज विद्यालयके विद्यार्थियोंके लिए २ बालसंस्कार वर्गोंका आयोजन किया । वहांके ग्रंथालयके लिए सनातन-निर्मित ग्रन्थोंका एक संच लिया तथा समितिद्वारा आयोजित २ कार्यक्रमोंमें प्रोजेक्टरकी व्यवस्था भी की ।
२. धर्माभिमानी श्री. मनीष अग्रवालने सनातन-निर्मित ग्रन्थोंके दो संच क्रय किए ।
३. धर्माभिमानी श्री. शशिकांत पन्सारीने श्री गोपाल गोशालामें ग्रन्थप्रदर्शनी लगाने हेतु सहायता की । उस दिन उन्होंने साधकोंके लिए भोजनका प्रबन्ध भी किया ।
४. सेवानिवृत्त प्रशासकीय अधिकारी श्री. विजय भारतीने मासिक सनातन प्रभातके दो वर्गणीदार बनाए तथा स्वयंके लिए राष्ट्र एवं धर्मके सन्दर्भमें ग्रन्थ क्रय किए । उन्होंने भविष्यमें भी सहायता करनेकी सिद्धता दर्शाई है ।
३ आ. नवलगढ, राजस्थान
यहांके श्री. मनुमहेंद्रने मासिक सनातन प्रभातके ५ वर्गणीदार बनाए ।
३ इ. गुढागोडजी, राजस्थान
यहांके श्री. संजय लांबा एवं श्रीमती बबीता सिगोदियाद्वारा प्रयास कर गोशालामें बैठकका आयोजन किया गया ।
– श्रीमती शुभ्रा भार्गव एवं श्रीमती सुशीला मोदी, राजस्थान