सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन
देहली : तिबेट के लोगों पर कैसे कैसे अत्याचार किए गए तथा उनकी वर्तमान की स्थिति के संदर्भ में सभी हिन्दूत्वनिष्ठों को जानकारी प्राप्त हो, इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने देहली में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ब्युरो के प्रतिनिधी श्री. नोडूप डॉन्गचुंग, तिबेट समन्वय केंद्र के श्री. लोबसांग तेंजिन, सेंट्रल तिबेटिअन एडमिनिस्ट्रेशन के अध्यक्ष डॉ. लोबसांग सनंगेय से भेंट कर उन्हें गोवा में संपन्न होनेवाले सप्तम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का निमंत्रण दिया।
६० वर्ष पूर्व तिबेट के मूल निवासियों को उनके ही देश से बलपूर्वक निकाल दिया गया। भारत में शरणार्थी के रूप में वे अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्हें स्वतंत्रता से तथा आदर से उनके देश में स्थान प्राप्त हो, इसलिए इस हिन्दू अधिवेशन में एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात