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नाशिक में संपन्न हुई भव्य हिन्दू एकता फेरी में ३०० से अधिक धर्माभिमानियों का सहभाग !

नाशिक में भव्य हिन्दू एकता फेरी !

फेरी का एक क्षण !

नाशिक : सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी को ७ मई को ७६ वर्ष पूरे हुए ! उसीके उपलक्ष्य में चलाए जा रहे हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान के अंतर्गत यहां २६ मई को भव्य हिन्दू एकता फेरी का आयोजन किया गया। उसमें ३०० से अधिक धर्माभिमानी सहभागी हुए थे। श्रीमती वैशाली कातकडे एवं प्रशांत कुलकर्णी ने उपस्थितों को संबोधित किया। फेरी को सनातन के संत पू. महेंद्र क्षत्रिय एवं ह.भ.प. धोंगडे महाराज की भी वंदनीय उपस्थिति रही !

भावपूर्ण वातावरण में फेरी संपन्न हुई !

१. नाशिक के विख्यात श्री साक्षी गणेश मंदिर परिसर में फेरी की सिद्धता प्रारंभ हुई। सनातन के संत पू. महेंद्र क्षत्रियजी का आगमन फेरी स्थल पर होने के पश्चात वातावरण चैतन्यमय हुआ !

२. धर्मध्वज पूजन एवं परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी की पालकी का पूजन होने के पश्चात फेरी प्रारंभ हुई !

३. रणरागिणी शाखा की युवतियों ने स्वसंरक्षण के प्रात्यक्षिक दर्शाए। प्रात्याक्षिकों को मार्गक्रमण करनेवाले लोग भी जिज्ञासापूर्वक देख रहे थे ! चौक-चौक में इन प्रात्यक्षिकों का प्रसारण किया गया।

रामकुंड परिसर में स्वसंरक्षण के प्रात्यक्षिक दर्शाती हुई रणरागिणी शाखा की युवतियां

सम्मिलित संगठन

बजरंग दल, आसारामबापू संप्रदाय, सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति

उपस्थित मान्यवर

पुरोहित संघ के श्री. सतीश शुक्ल, बजरंग दल के नशिक जिला संयोजक श्री. विनोद थोरात, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शशिधर जोशी, सनातन संस्था की श्रीमती ज्योती पंडित

क्षणिकाएं

१. अनेक लोग फेरी का छायाचित्रण कर रहे थे !

२. एक पुलिस अधिकारी ने एक महिला को कहा कि, ‘‘आप अन्य मार्ग से मार्गक्रमण करें, फेरी अधिक समय तक चलेगी !’’ उस पर महिला ने कहा, ‘कोई बात नहीं, तबतक हम यह फेरी देखेंगे !’’

३. धुमाळ चौक में परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी की पालकी पर पुष्पवृष्टि की गई !

४. फेरी के समय वहां उपस्थित कुछ विदेशी नागरिकों ने फेरी के संदर्भ में अधिक जानकारी प्राप्त कर ली !

५. धुमाळ चौक में सनातन प्रभात के वाचक श्री. सराफ ने पालकी में विद्यमान परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के छायाचित्र को पुष्पहार समर्पित किया !

६. परिवहन कर्मचारियों ने आंनद व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘फेरी अच्छी हुई !’

७. फेरी के समय परिवहन नियंत्रण करने हेतु अन्य नागरिकों ने भी सहायता की !

८. नागरिक घर के बाहर आकर एवं कुछ दोपहिये अथवा चारपहिये वाहन रोक कर फेरी देख रहे थे !

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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