बेलगांव (कर्नाटक) : सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी को ७ मई को ७६ वर्ष पूरे हुए। उसीके उपलक्ष्य में हिन्दू राष्ट्र जागृति अभियान के अंतर्गत २७ मई को यहां हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था, हिन्दूत्वनिष्ठ संगठन एवं विभिन्न संप्रदायोंद्वारा मार्कंडेय नदी के किनारे पर वसे बेलगांव में भव्य ‘हिन्दू एकता फेरी’ का आयोजन किया गया था ! तत्पश्चात योग वेदांत समिति के श्री. अमर चौधरी, हिन्दू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य के समन्वयक श्री. गुरुप्रसाद गौडा ने उपस्थितों को हिन्दू राष्ट्र स्थापना कार्य में सक्रिय रूप से सम्मिलित होने का आवाहन किया। इस फेरी में शहर एवं परिसर की विभिन्न संगठनाएं उत्स्फूर्त रूप से सम्मिलित हुई थी !
. . . ऐसी संपन्न हुई फेरी
१. योग वेदांत समिति के श्री. अमर चौधरी के हाथों धर्मध्वज का पूजन किया गया। तत्पश्चात पू. वासुदेव पुरुषोत्तम गिंडे महाराज एवं सनातन के संत पू. शंकर गुंजेकर ने ग्रामदेवता श्री महालक्ष्मी एवं परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी की प्रतिमा का पूजन किया।
२. सनातन के श्री. यल्लाप्पा पाटिल एवं श्री. गणेशभाई ने शंखनाद कर फेरी का उद्देश्य प्रस्तुत किया। तत्पश्चात भावपूर्ण वातावरण में फेरी प्रारंभ हुई !
३. फेरी के प्रारंभ से अंत तक ‘रायबाग तायक्वांदो सेंटर’ इस संस्था के छात्रों ने कराटे के प्रात्यक्षिक एवं श्री शिवसम्राट युवक मंडल के कार्यकर्ताओं ने लाठीकाठी, दंडशृंखला, दांडपट्टा की चित्तथरारक प्रात्यक्षिकें प्रस्तुत कर उपस्थितों के मन जीत लिए ! फेरी में शिवकालीन मर्दानी खेलों के प्रात्यक्षिक भी प्रस्तुत किए गए !
४. फेरी में हिन्दूत्वनिष्ठ एवं रणरागिणि शाखा की युवतियों ने भगवे वस्त्र परिधान कर हाथ में भगवे ध्वज पकडे थे, उस कारण सारा बेलगांव शहर भगवामय हुआ था ! भगवा ध्वज हाथ में पकडने के कारण आने जानेवाले लोगों ने अपनेपन से फेरी का उद्देश्य पूछा एवं दोनों पालकी में होनेवाले परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के छायाचित्र को एवं ग्रामदेवता श्री महालक्ष्मी की प्रतिमा को भावपूर्ण नमस्कार किया !
क्षणिकाएं
१. फेरी के एक दिन पूर्व भारी बारिश हुई। जैसे इस फेरी के निमित्त वरुण देवता ने भी अपनी उपस्थिती दर्शाकर सभी को आशीर्वाद दिए !
२. फेरी में आनेवाले एक श्वान को दूर करने के पश्चात भी वह लगातार फेरी में सम्मिलित हो रहा था !
३. फेरी के मार्ग पर महिलाओं के लिए गजरा (महिलाओंद्वारा बालों में लगाई जानेवाली फुलमाला) विक्रय करनेवाले श्री. माने ने फेरी में सम्मिलित महिलाओं को निःशुल्क गजरे दिएं एवं पालकी एवं प्रतिमा को पुष्पहार भी समर्पित किए !
४. फेरी के प्रारंभ से निरंतर झांजपथक, लेझीम, प्रात्यक्षिक, वारकरी संप्रदाय के भजनं चल रहे थे। यह एवं फुलों से सजाया गया रथ देखकर धर्मप्रेमी मंत्रमुग्ध हुए !
५. अनेक लोग भ्रमणभाष में छायाचित्रं ले रहे थे, तो अनेक लोग फेरी का उद्देश्य पूछ रहे थे !
६. बालसाधकोंद्वारा दी गई घोषणाएं सुनकर घर घर के छोटे बालक भी वैसी ही घोषणाएं दे रहे थे !
७. फेरी देखकर सैंकडों लोग दोनों पालकियों को उत्स्फूर्तता से नमस्कार कर रहे थे !
८. आने जानेवाले एवं घर के धर्मप्रेमी साथ ही जिज्ञासु फेरी में प्रसारित किया गया भक्तीगीत सुनकर तालियां बजाकर स्वयं भी गा रहे थे !
९. फेरी में महिलाओं ने फुगडी (महिलाओं का एक खेल प्रकार) भी खेली !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात